आज सुबह के मुख्य समाचार पत्र ✉ उत्तराखंड- हरिद्वार मे. गा खतरे के निशान को पार कर गयी है पुलिस ने लाउडस्पीकर से श्रद्धालुओं को चेताया कि वो स्नान करने ज़्यादा आगे न जायें

Jun 30, 2025 - 06:47
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आज सुबह के मुख्य समाचार पत्र ✉ उत्तराखंड- हरिद्वार मे. गा खतरे के निशान को पार कर गयी है  पुलिस ने लाउडस्पीकर से श्रद्धालुओं को चेताया कि वो स्नान करने ज़्यादा आगे न जायें

: *हिमाचल लेवल-11 वेतनमान वाले पदों के लिए हिमाचली ही होंगे पात्र, मल्टी टास्क वर्करों को तोहफा*

*प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए हैं। राज्य मंत्रिमंडल ने पे मैट्रिक्स लेवल-11 के पदों को ग्रुप बी से ग्रुपसी में पुनर्वर्गीकृत करने को मंजूरी दे दी।*

हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक शनिवार को शिमला में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए हैं। *राज्य कैबिनेट ने लेवल-11 वेतनमान के पदों को ग्रुप बी से ग्रुप सी में पुनर्वर्गीकृत करने को स्वीकृत प्रदान की। इस निर्णय के तहत अब केवल बोनाफाइड (स्थायी/मूल) हिमाचली ही ग्रुप सी पदों के लिए आवेदन करने के लिए पात्र होंगे।* पहले ग्रुप बी श्रेणी के तहत आने वाले इन पदों की भर्ती हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से की जाती थी और देशभर के अभ्यर्थी इन पदों के लिए आवेदन कर सकते थे। अब इनकी भर्ती प्रक्रिया हिमाचल प्रदेश राज्य चयन आयोग के माध्यम से ग्रुपसी के नियमों के तहत की जाएगी। बैठक में 500 पशु मित्रों की भर्ती को भी मंजूरी दी गई।

*मल्टी टास्क वर्करों का मानदेय बढ़ाया, किसानों के लिए नई योजना*

राज्य कैबिनेट ने लोक निर्माण विभाग के लगभग 5,000 मल्टी टास्क वर्कर्स (बहुकार्य कर्मचारी) का मासिक मानदेय 5,000 रुपये से बढ़ाकर 5,500 रुपये करने को मंजूरी दी। कैबिनेट ने गैर-सरकारी दुग्ध सहकारी समितियों को दूध आपूर्ति करने वाले किसानों के लिए दूध प्रोत्साहन योजना शुरू करने का निर्णय लिया। इसके तहत दुग्ध उत्पादकों को तीन रुपये प्रति लीटर की सब्सिडी (उपदान) प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से दी जाएगी। 

पर्यटन विकास निगम का कार्यालय धर्मशाला शिफ्ट होगा, जिला पुलिस देहरा में 101 पद भरे जाएंगे

मंत्रिमंडल ने बैठक में हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) का मुख्यालय शिमला से धर्मशाला स्थानांतरित करने को स्वीकृति प्रदान की गई। यह निर्णय कांगड़ा को हिमाचल प्रदेश की पर्यटन राजधानी घोषित किए जाने के मद्देनजर लिया गया है। इस निर्णय से शिमला शहर पर भीड़ का दबाव कम करने में सहायता मिलेगी। बैठक में जिला पुलिस, देहरा की पुलिस लाइनों में विभिन्न श्रेणियों के 101 पदों के सृजन तथा उन्हें भरने की मंज़ूरी दी गई।  

*सौर ऊर्जा परियोजनाओं की स्थापना के लिए ब्याज सब्सिडी का प्रावधान*

राज्य सरकार ने स्वरोजगार को प्रोत्साहित करने और पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता कम करने के उद्देश्य से सौर ऊर्जा परियोजनाओं की स्थापना के लिए ब्याज सब्सिडी प्रदान करने की स्वीकृति प्रदान की है। इस निर्णय के तहत जनजातीय क्षेत्रों में 100 किलोवाट से 1 मेगावाट की परियोजनाओं पर पांच प्रतिशत ब्याज सब्सिडी, जबकि गैर जनजातीय क्षेत्रों में 250 किलोवाट से 2 मेगावाट की परियोजनाओं पर 4 प्रतिशत ब्याज सब्सिडी मुहैया करवाई जाएगी। 

*100 पंचायतों में 500 किलोवाट के सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित होंगे*

राज्य कैबिनेट ने हिमऊर्जा और चयनित ग्राम पंचायतों के बीच 100 पंचायतों में 500 किलोवाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर को स्वीकृति प्रदान की। प्रत्येक परियोजना से लगभग 25 लाख रुपये मासिक आय होने की उम्मीद है। इस आय का 30 प्रतिशत हिस्सा हिमऊर्जा को, 20 प्रतिशत राज्य सरकार और 40 प्रतिशत संबंधित ग्राम पंचायतों को मिलेगा। अतिरिक्त 10 प्रतिशत आय अनाथों तथा विधवाओं के कल्याण के लिए पंचायतों को प्रदान की जाएगी।

*पंचायत आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र स्थापित होंगे*

मंत्रिमंडल ने हिमऊर्जा और चयनित ग्राम पंचायतों के बीच 100 पंचायतों में 500 किलोवाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर को स्वीकृति प्रदान की। प्रत्येक परियोजना से लगभग 25 लाख रुपये मासिक आय होने की उम्मीद है। इस आय का 30 प्रतिशत हिस्सा हिमऊर्जा को, 20 प्रतिशत राज्य सरकार और 40 प्रतिशत संबंधित ग्राम पंचायतों को मिलेगा। अतिरिक्त 10 प्रतिशत आय अनाथों तथा विधवाओं के कल्याण के लिए पंचायतों को प्रदान की जाएगी। मंत्रिमंडल के फैसलों की जानकारी कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी व यादविंद्र गोमा ने दी।

: *बीबीएमबी नहीं मान रहा हिमाचल की बात* 

भाखड़ा बांध मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) हिमाचल की बात नहीं मान रहा है। हर साल बीबीएमबी को बरसात से पहले डैम सेफ्टी को लेकर बड़े उपाय अपनाने के लिए निर्देश दिए जाते हैं जैसे अन्य प्रोजेक्टों के लिए हैं, मगर बीबीएमबी की परियोजनाओं में इन उपायों को नहीं अपनाया जाता। इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है। प्रदेश की डैम सेफ्टी कमेटी ने जो निर्देश जारी किए थे, उन निर्देशों की बीबीएमबी द्वारा अनुपालना नहीं की गई है। सीएम के ध्यान में यह मामला लाया गया है और ऊर्जा निदेशालय की ओर से एक पत्र बीबीएमबी अथॉरिटी को लिखा गया है। परंतु इस पर अब तक कोई अमल नहीं हुआ है, जिससे आने वाले दिनों में बीबीएमबी के डैम कहर बरपा सकते हैं। इससे पहले भी हर साल पंडोह और पौंग से बड़ा नुकसान होता आया है, जिसके बाद सभी डैम प्रोजेक्टों को निर्देश दिए गए थे कि वेे अर्ली वॉर्निंग सिस्टम अपनाएं और सुरक्षा के लिहाज से जो दूसरे जरूरी कार्य हैं उनको करें, परंतु बीबीएमबी की परियोजनाओं में ऐसा कुछ नहीं किया गया है। एक तरफ से इनकी पूरी हेकड़ी चल रही है, जोकि राज्य सरकार के भी निर्देशों को नहीं मान रहे हैं। हाल ही में आपदा प्रबंधन विंग द्वारा मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बुलाई गई डैम सेफ्ट अथॉरिटी की बैठक में यह खुलासा हुआ है कि अन्य बांध परियोजना प्रबंधकों ने तैयारियां कर रखी हंै, परंतु बीबीएमबी के प्रोजेक्टों में कोई तैयारी नहीं है।

यहां पर इस बरसात में भी यदि भारी बारिश होती है, तो इन परियोजनाओं से नुकसान हो सकता है। यह आने वाला समय बताएगा कि बांध परियोजनाएं कहर बरपाती हैं या फिर यह मानसून शांतिपूर्ण निकल जाएगा। यही एक वजह है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी बीबीएमबी को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है। हाल ही में सीएम ने कहा है कि बीबीएमबी के साथ या श्रीरेणुकाजी व किशाऊ परियोजनाओं पर सरकार आगे तक तक नहीं बढ़ेगी, जब तक बीबीएमबी से हिस्सेदारी नहीं मिल जाती। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बावजूद हिमाचल को पुरानी हिस्सेदारी का पैसा नहीं मिल पा रहा है, जिस पर सीएम सुक्खू ने कड़ा स्टेंड लिया है। बता दें कि बीबीएमबी ने हिमाचल सरकार से पंप स्टोरेज प्रोजेक्ट भी मांगे हैं और लगभग 2600 मैगावाट से ज्यादा क्षमता की इस तरह की परियोजनाओं को मांगा जा रहा है। परंतु सरकार बीबीएमबी को फिलहाल नई परियोजनाएं तब तक नहीं देगी, जब तक उससे बकाया चुकता नहीं हो जाता। इतना ही नहीं सरकार लगातार बीबीएमबी में एक स्थायी सदस्य की नियुक्ति उनके निदेशक मंडल में मांग रही है, जिस पर भी कोई फैसला नहीं हुआ। ऐसे में अब डैम सेफ्टी का बड़ा मामला सामने आया है, जिसमें बीबीएमबी मदद नहीं कर रहा है और ये आने वाले समय के लिए घातक साबित हो सकता है। मौजूदा समय में प्रदेश में 24 डैम परियोजनाएं हैं और सात प्रोजेक्ट अभी निर्माणाधीन हैं। जो बांध परियोजनाएं यहां पर हैं, उनके प्रबंधकों को पहले से ही उचित निर्देश दिए गए हैं और गाइडलाइन समय-समय पर जारी की जाती है। एक बार फिर से उन्हें निर्देशावली जारी कर दी गई है कि उन्हें क्या जरूरी एहतियात मानसून के दौरान बरतनी है। केंद्रीय जल आयोग सीडब्ल्यूसी दिशानिर्देशों और बांध सुरक्षा अधिनियम 2021 के अनुसार सुरक्षा मानकों के कार्यान्वयन की समीक्षा की जा रही है। जो रिपोर्ट अभी तक सामने आई है उसमें कहा गया है कि बीबीएमबी बात को नहीं मान रहा है।

: *बरसात का कहर : प्रदेश में अब तक 34 लोगों की गई जान, 300 करोड़ का नुकसान* 

प्रदेश में बारिश से तबाही, नदी-नालों में बाढ़ आने से हर तरफ डर का आलम

हिमाचल प्रदेश को बरसात की शुरुआत में ही बड़ा झटका लगा है। राज्य को कुछ दिनों में ही लगभग 300 करोड़ रुपए का नुकसान हो गया है। इतना ही नहीं, इससे बड़ा नुकसान लोगों की जान का है क्योंकि अब तक 34 लोग अपनी जान प्राकृतिक आपदा के कारण गंवा चुके हैं। राजस्व विभाग के प्राकृतिक आपदा सेंटर द्वारा जारी की गई सूचना के अनुसार मानसून में अब तक 34 लोगों की जान जा चुकी हैं वहीं 37 सडक़ें और 47 बिजली ट्रांसफार्मर बंद पड़े हुए हैं। शनिवार को कैबिनेट की बैठक में भी इस पर चर्चा की गई है और सरकार ने त्वरित कदम उठाने की बात की।

आपदा केंद्र द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार बिलासपुर जिला में चार लोग प्राकृतिक आपदा के कारण जान गंवा चुके हैं, जबकि चंबा में भी चार लोगों की मौत हो चुकी है। हमीरपुर में एक व्यक्ति की मौत हुई बताई जा रही है, तो वहीं कांगड़ा में 12 लोग जान गंवा चुके हैं। कुल्लू में एक, लाहुल -स्पीति में एक, मंडी में दो, शिमला में एक, सिरमौर में एक, सोलन में दो तथा ऊना में तीन लोगों की प्राकृतिक आपदा के कारण मौत हुई है। प्राकृतिक आपदों के कारण घायल होने वाली लोगों की संख्या 74 बताई जा रही है। चार लोग अभी भी लापता है।

राजस्व मंत्री बोले, जल्द मिलेगी राहत राशि

राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि आपदा राहत का कार्य चल रहा है। प्रदेश सरकार के जो नियम हैं उसके मुताबिक लोगों को राहत राशि देने के निर्देश दिए हैं।

सडक़ हादसों में 17 की मौत

उपरोक्त आंकड़ों में 17 लोगों की मौत सडक़ दुर्घटना में हुई है। इसमें बिलासपुर में तीन मौतें, चंबा में तीन, हमीरपुर में एक, कंागड़ा में दो, किन्नौर में दो, लाहुल- स्पीति में एक, मंडी में एक, सिरमौर में एक, सोलन में दो व ऊना में एक मौत हुई।

37 सडक़ें, 47 ट्रांसफार्मर बंद

प्राकृतिक आपदा के कारण 37 सडक़ें भी अवरूद्ध हैं जिनको अभी तक खोला नहीं जा सका है। इसके साथ 47 बिजली ट्रांसफार्मर भी बंद पड़े हुए हैं। कई जगहों पर पेयजल लाइनें भी ध्वस्त हैं।

: *HP WEATHER : प्रदेश में छह दिन तक जमकर बरसेगा अंबर* 

हिमाचल प्रदेश के कुछ जिलों के कुछ स्थानों के लिए मौसम विभाग ने आगामी दो दिनों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की चेतावनी दी है। मौसम विभाग ने शनिवार को जो पूर्वानुमान जारी किया है उसके अनुसार राज्य के कुछ क्षेत्रों में बहुत भारी बारिश होगी जहां फ्लैश फ्लड भी आ सकते हैं। इसलिए लोगों को सतर्क रहना जरूरी है। वहीं चार जुलाई तक प्रदेश भर में मौसम का यही हाल रहने वाला है।

पहली से चार जुलाई के कई क्षेत्रों में भारी बारिश की बात कही गई है। विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है। शनिवार शाम को राजधानी शिमला में जमकर बारिश हुई। यहां जमकर मेघ बरसे। पिछले 24 घंटों में बारिश का दौर जारी रहा उनमें पालमपुर में सात एमएम, कसौली में एमएम, बरठीं में चार एमएम,, श्रीनयनादेवी में चार, घमरूर में चार, सराहन में तीन, धर्मपुर में तीन, बिलासपुर सदर में तीन, भराड़ी, मनाली, काहू, पांवटा, कंडाघाट, करसोग व बैजनाथ में भी बारिश हुई है।

: *श्रीखंड महादेव यात्रा में खाने के दाम तय, ये रहे मैगी-चाय-परांठा-नाश्ता-बिस्तर के रेट* 

पार्वती बाग में 290 रुपए में मिलेगा खाना; 45 में चाय, 320 में बिस्तर

इस वर्ष आधिकारिक तौर पर 10 से 24 जुलाई तक चलने वाली श्रीखंड महादेव यात्रा के दौरान विभिन्न पड़ावों पर खाने-पीने की वस्तुओं व रहने के लिए बिस्तरों के दाम श्रीखंड महादेव यात्रा ट्रस्ट निरमंड द्वारा तय कर दिए गए हैं।

यात्रा ट्रस्ट के उपाध्यक्ष एवं एसडीएम निरमंड मनमोहन सिंह ने बताया कि यात्रा ट्रस्ट व प्रशासन द्वारा संयुक्त रूप से तय इन दरों से अधिक वसूली करने वाले व्यवसायियों पर कड़ी नजऱ रखी जाएगी तथा ज्यादा वसूली करने वालों पर जुर्माने के साथ-साथ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। (एचडीएम)

मैगी-चाय-परांठा-नाश्ता-बिस्तर के रेट

मैगी : 75, 70, 65, 55, 45 व 35 रुपए प्रति पैकेट के हिसाब से मैगी तैयार मिलेगी।

चाय : 45, 40, 35, 25, 20 व 15 रुपए प्रति कप।

परांठा : 75, 70, 65, 55, 45 व 35 रुपए प्रति परांठा।

नाश्ता 180, 170, 150, 130, 100 व 75 रुपए

प्रति यात्री।

बिस्तर : प्रति यात्री 320 रुपए पार्वती बाग में, 300 रुपए भीम डवारी, 250 रुपए काली घाटी व कुंनशा में, 210 रुपए थाचडू में, 150 रुपए बराटीनाला में व 110 रुपए प्रति यात्री की दर से बेस कैंप सिंहगाड में बिस्तर मिलेगा।

इतने में मिलेगा खाना

तय दरों के मुताबिक प्रति यात्री खाना पार्वती बाग में 290 रुपए में, भीम डवारी में 270, काली घाटी व कुंनशा में 230, थाचडू में 200, बराटी नाला में 130 व बेस कैंप सिंहगाड में 110 रुपए की दर से मिलेगा।

: *काजा में देश का सबसे ऊंचा स्पोट्र्स ट्रेनिंग सेंटर, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने किया शिलान्यास* 

शिमला से किन्नौर होते हुए स्पीति तक डबललेन सडक़ बनेगी

जिला के बच्चों को घरद्वार मिलेंगे बेहतरीन अवसर

ग्रामीणों ने किया जोरदार स्वागत, लाहुल-स्पीति में और ज्यादा मिलेगा पर्यटन को बढ़ावा

हिमाचल प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों के दौरे पर आए केंद्रीय संसदीय कार्य एवं जनजातीय मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू शनिवार को काजा पहुंचे । इस मौके पर उन्होंने आइस हॉकी रिंक, हाई एल्टीट्यूड स्पोट्र्स ट्रेनिंग सेंटर क्रिकेट पवेलियन और खेल प्रशिक्षण केंद्र भवन की आधारशिला रखी। केंद्रीय मंत्री का लाहुल परंपरा के अनुसार कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। कार्यक्रम स्थल पर बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।

उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक मंत्रालय की जिम्मेदारी मिलते ही उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से मिलकर मानसून सत्र से पहले ही लाहुल-स्पीति यात्रा का कार्यक्रम बनाया क्योंक वे यहां की समस्याओं एवं विकास के मुद्दों को स्वयं जानना चाहते थे। केंद्रीय संसदीय कार्य एवं जनजातीय मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने ताबा से आगे सडक़ की खस्ता हालत का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस सडक़ की टेंडरिंग प्रक्रिया पूरी हो गई है। आने वाले कुछ वर्षों में शिमला से रामपुर होते हुए किन्नौर-लाहुल-स्पीति सडक़ डबललेन बनाई जाएगी। किरेन रिजिजू ने स्पीति के होम स्टे कांसेप्ट की भी जमकर सराहना की। रविवार को भी केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू लाहुल-स्पीति जिला के दौरे पर रहेंगे। उनके साथ कार्यक्रम में मंडी संसदीय क्षेत्र की सांसद कंगना रणौत एवं स्थानीय विधायक अनुराधा राणा भी उपस्थित थीं । विधायक अनुराधा राणा ने उनके क्षेत्र की जनता को बहुमूल्य परियोजनाओं की सौगात देने के लिए केंद्र सरकार और मंत्री का आभार व्यक्त किया।

आज सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की रखेंगे नींव

केलांग में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए 26 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट का शिलान्यास भी केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू रविवार को करेंगे। जल्दी ही यह सपना सच में तबदील हो जाएगा, जिसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार का आभार जताया। इस मौके पर उनके साथ पूर्व मंत्री एंव प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष गोविंद सिंह ठाकुर भी उपस्थित रहे।

[29/06, 6:36 am] +91 94185 64267: *टेस्ला कार फैक्ट्री से बिना ड्राइवर मालिक के घर पहुंची, ऐसा दुनिया में पहली बार हुआ* 

दुनिया के सबसे चर्चित उद्यमी एलन मस्क ने जन्मदिन पर खुद करवाई डिलीवरी, शुरुआती कीमत 34 लाख

अनोखी कार ने पहली बार रचा इतिहास

बिना किसी इनसानी हस्तक्षेप के सडक़ों पर दौड़

डिलीवरी के दौरान 116 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से चली गाड़ी

दुनिया में पहली बार एक ऐसी कार ने इतिहास रचा है, जो बिना किसी इनसानी हस्तक्षेप के (न ड्राइवर, न रिमोट ऑपरेटर) के फैक्टरी से ग्राहक के घर तक पहुंची। यह उपलब्धि हासिल की है टेस्ला की नई फुली ऑटोनॉमस कार मॉडल वाई ने, जिसकी डिलीवरी स्वयं कंपनी के सीईओ और दुनिया के सबसे चर्चित उद्यमी एलन मस्क ने अपने जन्मदिन के मौके पर करवाई। टेस्ला ने इस उपलब्धि का वीडियो अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किया, जिसमें कार को ट्रैफिक सिग्नलों, पैदल यात्रियों और अन्य वाहनों के बीच आत्मविश्वास के साथ नेविगेट करते देखा जा सकता है।

कंपनी के अनुसार, यह डिलीवरी अमरीका के टेक्सास शहर में की गई, जहां मॉडल वाई ने कुल 72 मील (लगभग 116 किलोमीटर प्रति घंटा) की टॉप स्पीड दर्ज की। टेस्ला के एआई और ऑटोनॉमस सिस्टम हैड अशोक एलुस्वामी ने बताया कि यह कोई डेमो या ट्रायल नहीं था, बल्कि रियल-वल्र्ड कंडीशन में किया गया एक ऑपरेशनल डिलीवरी मिशन था, बिना किसी सुरक्षा चालक के। बताते चलें टेस्ला मॉडल वाई को पहले मार्च, 2019 में लांच किया गया था। इसका नया संस्करण फुली ऑटोनॉमस ड्राइविंग (एफएसडी) फीचर के साथ अपडेट किया गया है। इस इलेक्ट्रिक एसयूवी की शुरुआती कीमत 40,000

डॉलर (लगभग 34 लाख) से शुरू होती है।

अमरीका में टेस्ला की रोबोटैक्सी सर्विस शुरू

इस ऐतिहासिक डिलीवरी से कुछ दिन पहले ही 22 जून को टेस्ला ने अपनी सीमित रोबोटैक्सी सेवा की शुरुआत की थी, जिसमें कार अपने आप तो चल रही थी, लेकिन इसमें सेफ्टी के नजरिए से कंपनी का एक एक्सपर्ट बैठकर नजर रख रहा था। वर्तमान में यह सेवा अमरीका के ऑस्टिन शहर के एक छोटे से क्षेत्र में सुबह छह बजे से रात 12 बजे तक संचालित हो रही है। एक राइड की कीमत 4.20 डॉलर यानी करीब 364 रुपए रखी है।

: *मैंने खामेनेई को अपमानजनक मौत से बचाया, ट्रंप के बयान से ईरान में मच सकती है खलबली* 

अमरीकी राष्ट्रपति बोले; हकीकत से मुंह मोड़ रहे ईरान के सुप्रीम लीडर, हमने बुरी तरह हराया

अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वह हकीकत से मुंह मोड़ रहे हैं। साथ ही कहा कि उन्हें बुरी तरह हराया गया है। ट्रंप की यह प्रतिक्रिया खामेनेई के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि ईरान ने अमरीका और इजरायल को करारा जवाब दिया है और इस युद्ध में जीत हासिल की है। रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर कहा कि 12 दिन के इजरायली और अमरीकी हमले ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया है। ट्रंप ने कहा कि आप (खामेनेई) एक धार्मिक और देश में सम्मानित व्यक्ति हैं। आपको सच बोलना होगा। ट्रंप ने खामेनेई को लेकर कहा कि अब आप नरक में पहुंच गए हैं। अमरीकी राष्ट्रपति ने यह बात उस समय कही, जब खामेनेई ने जोर देकर कहा कि तेहरान ने कतर में अमरीकी एयरबेस पर हमला करके अमरीका के मुंह पर तमाचा मारा है और ईरान पर अमरीका या इजरायल द्वारा आगे और हमले करने के खिलाफ चेतावनी दी है।

टैरिफ पर ट्रंप बोले, जो मन होगा, वहीं करेंगे

अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि आयात पर फिर से लगाए जाने वाले व्यापक टैरिफ की समयसीमा को आगे-पीछे किया जा सकता है। फिलहाल यह समयसीमा नौ जुलाई तक निर्धारित है। ट्रंप का कहना है कि जो उनका मन होगा, वही करेंगे। व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान ट्रंप ने कहा कि यह तारीख अंतिम नहीं है और यह इस बात पर निर्भर करेगा कि व्यापार वार्ताएं कितनी तेजी से आगे बढ़ती हैं।

अपमानजनक मौत से बचाया, धन्यवाद न कहें

ट्रंप ने बड़ा खुलासा करते हुए यह भी कहा कि युद्ध के शुरुआती दिनों में इजरायल ने एक प्लान बनाया था, जिसमें खामेनेई को मारने की बात थी, लेकिन मैंने खुद उस योजना को वीटो कर दिया, क्योंकि मैं जानता था खामेनेई कहां छिपे हुए हैं। मैंने जानबूझकर उन्हें नहीं मरने दिया। मैंने उन्हें एक बेहद भयानक और अपमानजनक मौत से बचाया, इसके लिए उन्हें मुझसे ‘धन्यवाद’ कहने की ज़रूरत नहीं है।

: *नीरज चोपड़ा भाला फेंक रैंकिंग में फिर शीर्ष पर, इस खिलाड़ी को पछाड़ा* 

भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा एक बार फिर से भाला फेंक रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंच गए हैं। विश्व एथलेटिक्स द्वारा जारी नवीनतम रैंङ्क्षकग में नीरज एक बार फिर दुनिया के नंबर वन भाला फेंक खिलाड़ी बन गए है। सितंबर, 2024 में ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स ने नीरज को पछाड़ कर पहला स्थान हासिल कर लिया था। इस सप्ताह की शुरुआत में जारी रैंङ्क्षकग में नीरज के पास एंडरसन पीटर्स के 1431 की तुलना में 1445 रैंकिंग अंक हैं।

जर्मनी के जूलियन वेबर रैंकिंग में तीसरे स्थान पर हैं, जबकि पेरिस ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता पाकिस्तान के अरशद नदीम 1370 अंकों के साथ चौथे स्थान पर हैं और चेक गणराज्य के जैकब वडलेज शीर्ष पांच की सूची में शामिल हैं। नीरज के इस वर्ष लगातार अच्छे प्रदर्शन ने उन्हें फिर शीर्ष पर पहुंचा दिया है। दोनों शीर्ष एथलीट पांच जुलाई को बेंगलुरु में एनसी क्लासिक 2025 में फिर से आमने-सामने होंगे।

: *कल धर्मशाला में जुटेंगे देश भर के राजनेता; दो दिन चलेगा दौर, ये रहेगा कारण* 

तपोवन विधानसभा परिसर में राष्ट्र मंडल संसदीय संघ सम्मेलन की तैयारियां, दो दिन चलेगा दौर

विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने संभाला मोर्चा

होटल हयात में ठहरेंगे लोकसभा विधानसभा अध्यक्ष

दिव्य हिमाचल ब्यूरो-धर्मशाला

तपोवन विधानसभा भवन में 30 व पहली जुलाई को आयोजित होने वाले राष्ट्रमंडल संसदीय संघ वार्षिक सम्मेलन भारत क्षेत्र-2 की मेजबानी की कमान विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने संभाल ली है। उन्होंने आयोजन स्थल पर हर जगह का स्वयं निरीक्षण किया तथा हर व्यवस्था समुचित हो सभी को दिशा-निर्देश दिए। श्री पठानिया ने 30 जून व पहली जुलाई को विधानसभा परिसर तपोवन में आयोजित होने वाले दोपहर के भोज के लिए बैठने की व्यवस्था तथा परोसे जाने वाले व्यंजनों का भी चयन किया। प्रदेश पर्यटन विकास निगम को मेहमानों के लिए भोजन तैयार करने का जिम्मा सौंपा गया है। विधानसभा अध्यक्ष ने सदन के अंदर बैठने की व्यवस्था को भी अंतिम रूप दिया । विधानसभा अध्यक्ष ने विशिष्ट अतिथियों को सम्मेलन के दौरान तपोवन भवन में आबंटित कक्ष का भी निरीक्षण किया तथा सभी कक्ष में इंटरनेट सुविधा तथा वातानुकूल सुविधा उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। श्री पठानिया ने शनिवार को विशिष्ट अतिथियों के ठहरने की जगहों का भी दौरा कर निरीक्षण किया।

गौरतलब है कि लोकसभा अध्यक्ष, राज्य सभा के उप-सभापति तथा सभी राज्यों के विधानसभा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व उनके साथ आ रहे मुख्य सचेतक, उप-मुख्य सचेतक तथा विधायकगण होटल हयात धर्मशाला में ठहर रहे हैं, जबकि अन्य अतिथि होटल इंद्रप्रस्थ में ठहरेंगे। मुख्यमंत्री सुक्खू सम्मेलन में भाग लेने 29 जून को धर्मशाला पहुंच रहे हैं। सम्मेलन का शुभारंभ 30 जून को पूर्वाह्न दस बजे होगा। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया इस अवसर पर स्वागत संबोधन देंगे तथा मंच पर विराजमान अतिथियों को सम्मानित करेंगे। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, राज्यसभा उप-सभापति हरिवंश, संसदीय कार्यमंत्री हर्षवर्धन चौहान, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर उदघाटन समारोह में अपना-अपना संबोधन देंगे। जबकि विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार धन्यवाद संबोधन देंगे। सम्मेलन में कुल तीन सत्र आयोजित किए जाएंगे जहां चर्चा के लिए चयनित तीनों विषयों पर गहरी चर्चा व मंथन किया जाएगा। सभी अतिथि 29 जून को धर्मशाला पहुंच जाएंगे तथा सम्मेलन का समापन समारोह पहली जुलाई को होगा।

कल सुबह आठ बजे पहुंच जाएंगे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला

लोकसभा अध्यक्ष एवं राष्ट्र मंडल संसदीय संघ भारत के अध्यक्ष ओम बिड़ला 30 जून को सुबह आठ बजे हवाई मार्ग द्वारा गगल एयरपोर्ट पहुंचेंगे, जहां विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया स्वयं उनकी अगवाई करेंगे।

: *श्रीखंड महादेव यात्रा में खाने के दाम तय, ये रहे मैगी-चाय-परांठा-नाश्ता-बिस्तर के रेट* 

पार्वती बाग में 290 रुपए में मिलेगा खाना; 45 में चाय, 320 में बिस्तर

इस वर्ष आधिकारिक तौर पर 10 से 24 जुलाई तक चलने वाली श्रीखंड महादेव यात्रा के दौरान विभिन्न पड़ावों पर खाने-पीने की वस्तुओं व रहने के लिए बिस्तरों के दाम श्रीखंड महादेव यात्रा ट्रस्ट निरमंड द्वारा तय कर दिए गए हैं।

यात्रा ट्रस्ट के उपाध्यक्ष एवं एसडीएम निरमंड मनमोहन सिंह ने बताया कि यात्रा ट्रस्ट व प्रशासन द्वारा संयुक्त रूप से तय इन दरों से अधिक वसूली करने वाले व्यवसायियों पर कड़ी नजऱ रखी जाएगी तथा ज्यादा वसूली करने वालों पर जुर्माने के साथ-साथ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। (एचडीएम)

मैगी-चाय-परांठा-नाश्ता-बिस्तर के रेट

मैगी : 75, 70, 65, 55, 45 व 35 रुपए प्रति पैकेट के हिसाब से मैगी तैयार मिलेगी।

चाय : 45, 40, 35, 25, 20 व 15 रुपए प्रति कप।

परांठा : 75, 70, 65, 55, 45 व 35 रुपए प्रति परांठा।

नाश्ता 180, 170, 150, 130, 100 व 75 रुपए

प्रति यात्री।

बिस्तर : प्रति यात्री 320 रुपए पार्वती बाग में, 300 रुपए भीम डवारी, 250 रुपए काली घाटी व कुंनशा में, 210 रुपए थाचडू में, 150 रुपए बराटीनाला में व 110 रुपए प्रति यात्री की दर से बेस कैंप सिंहगाड में बिस्तर मिलेगा।

इतने में मिलेगा खाना

तय दरों के मुताबिक प्रति यात्री खाना पार्वती बाग में 290 रुपए में, भीम डवारी में 270, काली घाटी व कुंनशा में 230, थाचडू में 200, बराटी नाला में 130 व बेस कैंप सिंहगाड में 110 रुपए की दर से मिलेगा।

: *काजा में देश का सबसे ऊंचा स्पोट्र्स ट्रेनिंग सेंटर, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने किया शिलान्यास* 

शिमला से किन्नौर होते हुए स्पीति तक डबललेन सडक़ बनेगी

जिला के बच्चों को घरद्वार मिलेंगे बेहतरीन अवसर

ग्रामीणों ने किया जोरदार स्वागत, लाहुल-स्पीति में और ज्यादा मिलेगा पर्यटन को बढ़ावा

हिमाचल प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों के दौरे पर आए केंद्रीय संसदीय कार्य एवं जनजातीय मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू शनिवार को काजा पहुंचे । इस मौके पर उन्होंने आइस हॉकी रिंक, हाई एल्टीट्यूड स्पोट्र्स ट्रेनिंग सेंटर क्रिकेट पवेलियन और खेल प्रशिक्षण केंद्र भवन की आधारशिला रखी। केंद्रीय मंत्री का लाहुल परंपरा के अनुसार कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। कार्यक्रम स्थल पर बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।

उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक मंत्रालय की जिम्मेदारी मिलते ही उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से मिलकर मानसून सत्र से पहले ही लाहुल-स्पीति यात्रा का कार्यक्रम बनाया क्योंक वे यहां की समस्याओं एवं विकास के मुद्दों को स्वयं जानना चाहते थे। केंद्रीय संसदीय कार्य एवं जनजातीय मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने ताबा से आगे सडक़ की खस्ता हालत का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस सडक़ की टेंडरिंग प्रक्रिया पूरी हो गई है। आने वाले कुछ वर्षों में शिमला से रामपुर होते हुए किन्नौर-लाहुल-स्पीति सडक़ डबललेन बनाई जाएगी। किरेन रिजिजू ने स्पीति के होम स्टे कांसेप्ट की भी जमकर सराहना की। रविवार को भी केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू लाहुल-स्पीति जिला के दौरे पर रहेंगे। उनके साथ कार्यक्रम में मंडी संसदीय क्षेत्र की सांसद कंगना रणौत एवं स्थानीय विधायक अनुराधा राणा भी उपस्थित थीं । विधायक अनुराधा राणा ने उनके क्षेत्र की जनता को बहुमूल्य परियोजनाओं की सौगात देने के लिए केंद्र सरकार और मंत्री का आभार व्यक्त किया।

आज सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की रखेंगे नींव

केलांग में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए 26 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट का शिलान्यास भी केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू रविवार को करेंगे। जल्दी ही यह सपना सच में तबदील हो जाएगा, जिसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार का आभार जताया। इस मौके पर उनके साथ पूर्व मंत्री एंव प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष गोविंद सिंह ठाकुर भी उपस्थित रहे।

: *इन पदों पर हिमाचली उम्मीदवार ही कर सकेंगेे अप्लाई, PWD में इनकी सैलरी बढ़ी* 

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में शनिवार को आयोजित मंत्रिमंडल की बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए। मंत्रिमंडल ने पे मैट्रिक्स लेवल-11 के पदों को ग्रुप-बी से ग्रुप-सी में पुनर्वर्गीकृत करने को मंजूरी प्रदान की। इस निर्णय से इन पुनर्वर्गीकृत ग्रुप-सी पदों के लिए केवल वास्तविक हिमाचली उम्मीदवार ही आवेदन करने के पात्र होंगे। इससे पहले लेवल-11 के इन पदों को ग्रुप-बी के तहत वर्गीकृत किया गया था तथा भर्ती हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा की जाती थी, जिसमें देश भर से आवेदक आते थे। पुनर्वर्गीकरण के बाद भर्ती प्रक्रिया हिमाचल प्रदेश राज्य चयन आयोग द्वारा ग्रुप-सी पदों के लिए लागू प्रक्रियाओं के अनुसार संचालित की जाएगी। बैठक में लोक निर्माण विभाग के बहुउद्देशीय कर्मियों का मानदेय 5000 रुपए से बढ़ाकर 5500 रुपए प्रतिमाह करने को भी मंजूरी प्रदान की गई, जिससे लगभग 5000 कर्मचारी लाभान्वित होंगे।

पर्यटन निगम ऑफिस धर्मशाला शिफ़्ट करने की मंजूरी

मंत्रिमंडल ने पात्र गैरसरकारी डेयरी सहकारी समितियों को दूध की आपूर्ति करने वाले किसानों के लिए दुग्ध प्रोत्साहन योजना शुरू करने का निर्णय लिया, जिसके तहत प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) मोड के माध्यम से दूध उत्पादकों को 3 रुपए प्रति लीटर की सबसिडी प्रदान की जाएगी। हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के कार्यालय को शिमला से धर्मशाला स्थानांतरित करने के निर्णय को मंजूरी दी गई। यह कदम कांगड़ा को राज्य की पर्यटन राजधानी घोषित करने के अनुरूप है और इसका उद्देश्य शिमला शहर में भीड़भाड़ कम करना है।

जिला पुलिस देहरा में 101 पोस्ट

जिला पुलिस देहरा की पुलिस लाइन में विभिन्न श्रेणियों के 101 पदों को सृजित करने और भरने का निर्णय लिया गया। स्वरोजगार को प्रोत्साहित करने और पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता कम करने के लिए, राज्य मंत्रिमंडल ने सौर ऊर्जा परियोजनाओं की स्थापना के लिए ब्याज सब्सिडी के प्रावधान को मंजूरी दी है। इस पहल के तहत जनजातीय क्षेत्रों में 100 किलोवाट से 1 मेगावाट तक की सौर परियोजनाओं के लिए 5 प्रतिशत ब्याज सबसिडी प्रदान की जाएगी, जबकि गैर-जनजातीय क्षेत्रों में 250 किलोवाट और 2 मेगावाट के बीच क्षमता वाली परियोजनाओं के लिए 4 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी।

हरित पंचायत योजना

मंत्रिमंडल ने हरित पंचायत योजना के तहत 100 पंचायतों में 500 किलोवाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने के लिए हिमऊर्जा और चयनित ग्राम पंचायतों के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर को भी मंजूरी दी। प्रत्येक परियोजना से प्रति माह लगभग 25 लाख रुपये का राजस्व उत्पन्न होने की उम्मीद है। आय का 30 प्रतिशत हिमऊर्जा को, 20 प्रतिशत राज्य सरकार को और 40 प्रतिशत संबंधित ग्राम पंचायतों को जाएगा। अनाथों और विधवाओं के कल्याण के लिए विशेष रूप से ग्राम पंचायतों को अतिरिक्त 10 प्रतिशत हिस्सा आवंटित किया जाएगा। मंत्रिमंडल ने प्राकृतिक आपदाओं की स्थिति में मानव जीवन और संपत्तियों को बचाने के लिए प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए राज्य की प्रत्येक 3645 पंचायतों में पंचायत आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र के लिए अपनी सहमति दी।

: *डा. राजेश शर्मा बने हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष, अधिसूचना जारी* 

 हिमाचल सरकार ने डॉ. राजेश शर्मा को हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला का अध्यक्ष नियुक्त किया है। इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से शनिवार को अधिसूचना जारी की गई। डॉ. राजेश की नियुक्ति के लिए नियम व शर्तें अलग से जारी की जाएंगी।

: *गगल एयरपोर्ट पर मॉकड्रिल: प्लेन क्रैश की स्थिति से निपटने की लाइव प्रैक्टिस* 

गगल हवाई अड्डे पर दिल्ली से एक विमान 71 यात्रियों को लेकर दोपहर बाद साढ़े तीन बजे आ रहा था कि लैंडिंग से पहले पायलट ने एटीसी पर मेडे कॉल की और यह विमान हवाई अड्डे की सुरक्षा दीवार से लगभग 300 मीटर पहले ही विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दरअसल, यहां हाल ही में हुए अहमदाबाद विमान हादसे के बाद उपजे हालातों से निपटने के लिए अभ्यास किया गया था। यह एक मॉकड्रिल थी, जो गगल हवाई अड्डा प्रशासन और जिला प्रशासन द्वारा अहमदाबाद विमान हादसे के बाद किसी भी आपदा से निपटने के लिए अभ्यास के तौर पर की जाती है।

उधर, एटीसी ने तुरंत इसकी सूचना निदेशक धीरेंद्र सिंह को दी। उन्होंने इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी। गगल हवाई अड्डे से फायर ब्रिगेड की गाड़ी एक मिनट के भीतर घटना स्थल पर पहुंच गई। कांगड़ा से फायर ब्रिगेड की गाड़ी 8 मिनट में ओर शाहपुर की की गाड़ी 10 मिनट में घटनास्थल पर पहुंच गई। एसडीआरएफ की टीम, टांडा हॉस्पिटल, सिटी केयर हॉस्पिटल और फोर्टिज हॉस्पिटल से एंबुलेंस की लगभग 6 गाडिय़ा भी मौके पर पहुंचीं। इस विमान दुर्घटना में यात्रियों की 55 मृत्यु हो गई और आठ यात्री घायल हो गए। कुछ बॉडी जिनकी शिनाख्त डीएनए के द्वारा की जाएगी। घायलों को उपचार के लिए टांडा मेडिकल कॉलेज और गगल हवाई अड्डे के साथ बने सिटी केयर अस्पताल में भेजा गया है। मॉकड्रिल में जिला प्रशाशन से एसडीएम कांगडा इशांत जसवाल,पुलिस प्रशाशन से डीएसपी कांगडा अंकित शर्मा,पुलिस प्रशाशन और विमानपत्तन प्राधिकरण सिविल हवाई अड्डा गगल के सभी अधिकारी मौजूद थे। इस पर एसडीएम कांगडा इशांत जसवाल ने मीडिया को से बात भी की है।

: *कांग्रेस संगठन के ऐलान का हो रहा इंतजार : प्रतिभा* 

हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि 23 जून को रिज पर स्व. वीरभद्र सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया जाना था, परंतु सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खडग़े के कहने पर अनावरण कार्यक्रम टाला गया। प्रतिभा सिंह ने कहा कि सोनिया गांधी स्वयं इस कार्यक्रम में आना चाहती हैं, लेकिन 23 जून को उनकी व्यस्तता के कारण आना संभव नहीं था। अब वीरभद्र सिंह की प्रतिमा का अनावरण कार्यक्रम 15 जुलाई को इन केंद्रीय नेतृत्व के कहने पर रखा गया है और इस दिन यहां कांगे्रस के यह बड़े नेता आएंगे।

उन्होंने कहा कि स्व. वीरभद्र सिंह 6 बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और सभी नेता उनका सम्मान करते हैं। ऐसे में इस कार्यक्रम में खुद गांधी परिवार शामिल रहना चाहता है और यह नेता शिमला आएंगे। शिमला में एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से अनौपचारिक बात करते हुए प्रतिभा ङ्क्षसह ने कहा कि वीरभद्र सिंह की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में यदि राष्ट्रीय नेता शामिल होते हैं, तो यह पूरे भारतवर्ष में संदेश जाएगा कि कांग्रेस योगदान देने वालों को याद रखती है। वीरभद्र सिंह का कांग्रेस और हिमाचल के प्रति योगदान सभी को याद है। उन्होंने केंद्र सरकार में रहकर भी बड़े काम किए हैं। बता दें कि शिमला के रिज पर लगाई गई पूर्व सीएम स्व.वीरभद्र सिंह की प्रतिमा का अब 15 जुलाई को अनावरण होगा। इस दिन सरकार ने यहां पर कार्यक्रम रखा है जिसमें दलगत राजनीति से ऊपर उठकर दूसरे दलों के नेताओं को भी बुलाया गया है। कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के बयान से जुड़े सवाल पर प्रतिभा सिंह ने कहा कि हाईकमान जो भी जिम्मेदारी उन्हें देगा, वह तन- मन-धन से निभाने का प्रयास करेंगी। उन्होंने कहा कि संगठन को आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा। कांग्रेस के लिए उन्होंने अपना पूरा योगदान दिया है और संगठन को मजबूत बनाने के लिए वह आगे भी काम करती रहेंगी।

कांग्रेस संगठन के गठन में देरी से जुड़े सवाल पर प्रतिभा सिंह ने कहा कि संगठन तय करना हाईकमान का काम है। हमने बार-बार हाईकमान से जल्दी संगठन बनाने का आग्रह किया है। हाइकमान को इससे जुड़ी सभी बातें बताई हैं। आला नेताओं का बताया है कि संगठन के बगैर पार्टी बहुत पीछे जा रही है, वर्कर बुरी तरह से निराश हो रहे हैं जिन्हें एक मजबूत संगठन की जरूरत है। संगठन की मजबूती से ही पार्टी खड़ी होती है। हिमाचल में आगामी दिनों में पंचायत चुनाव भी होने हंै इसलिए संगठन का गठन जल्दी होना जरूरी है। प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल ने जल्दी संगठन बनाने का भरोसा दिया है। प्रतिभा सिंह ने इस बात को माना कि संगठन का गठन बहुत पहले हो जाना चाहिए था जिसमें देरी हुई है मगर फिर भी अब ज्यादा समय नहीं लगेगा।

बता दें कि प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस लगभग 8 महीने से बगैर संगठन के है। हाईकमान के उदासीन रवैये से संगठन नहीं बन पा रहा। इससे पार्टी वर्कर मायूस बैठा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी, जिला कांग्रेस कमेटी, ब्लाक कांग्रेस कमेटी और महिला कांग्रेस कार्यकारिणी सब भंग कर रखी है। जिस राज्य में कांग्रेस की सरकार है, वहां इकलौती प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह की एक पदाधिकारी बची हैं। यहां न केवल संगठन का गठन किया जाना है, बल्कि नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर भी चर्चा चल रही है, मगर अभी तक कुछ भी साफ नहीं हो पाया है। जो कार्यक्रम कांगे्रस संगठन के माध्यम से चलाने को कहा गया था वो भी नहीं चल पाए। हालांकि सरकार के माध्यम से यहां एक जयहिंद सभा जरूर करवाई गई मगर इसमें संगठन का उतना रोल नहीं था, वहीं कांग्रेस ने इसमें वर्कर भी नहीं बुलाए थे।

: *प्रसिद्ध लोकगायक इंद्रजीत को हिमाचल रतन सम्मान* 

कुल्लू। कुल्लू मनाली की खूबसूरत वादियों में बसा एक छोटा सा गांव…दोगरी । यहीं से शुरू हुई एक आवाज़ की यात्रा — जो आज न सिर्फ हिमाचल की पहचान है, बल्कि लोकसंस्कृति का एक वैश्विक प्रतीक बन चुकी है। नाम है — इंद्रजीत । 12 मार्च 1992 को जन्मे इंद्रजीत ने बचपन से ही संगीत में रुचि दिखाई, पर न कोई गुरु, न संसाधन…फिर भी हौसला था बुलंद। मात्र 16 साल की उम्र में, खुद लिखे और कंपोज किए गए 10 गीतों की पहली वीडियो एल्बम ‘दिल का क्या कसूर’ CD पर लॉन्च की , वो दौर डिजिटल क्रांति से पहले का था—पर इंद्रजीत की सोच बहुत आगे की थी। समय के साथ उन्होंने जो किया, वो किसी क्रांति से कम नहीं था— उन्होंने फिल्मों या चमक-दमक की दुनिया से दूर रहकर, हिमाचल की मिट्टी, उसकी बोली, उसकी टोपी और संस्कृति को संजोया… और पूरे गर्व से दुनिया के सामने रखा। उन्होंने विलुप्त होती जा रही लोकसंस्कृति को एक नया जीवन दिया—अपने शब्दों और सुरों के माध्यम से। 2016 में आया उनका सुपरहिट गीत ‘हाड़े मेरे मामुआ’, जिसने उन्हें घर-घर में पहचान दिलाई। इसके बाद ‘लाड़ी शाऊणी’, ‘पाखली माणू’, ‘बुधुआ मामा’, ‘साजा लागा माघे रा’ जैसे गीतों ने यूट्यूब पर करोड़ों दिलों को छू लिया और हिमाचल की विरासत को एक नए युग से जोड़ा।

उनकी कलम केवल मनोरंजन नहीं करती—वह सामाजिक संदेश भी देती है। जहां एक ओर ‘अठारह करडू’ जैसे गीत देव संस्कृति को समर्पित हैं, वहीं ‘मता केरदे नशा’ युवाओं को नशे से दूर रहने की प्रेरणा देता है। जब इंद्रजीत ने हिमाचल के छह बार मुख्यमंत्री रहे स्वर्गीय राजा वीरभद्र सिंह के जीवन पर आधारित गीत को अपनी मधुर आवाज़ में प्रस्तुत किया, तो उसे सुनकर स्वयं वीरभद्र सिंह की आंखें भी नम हो गई थीं। मुख्यमंत्री हो या राज्यपाल, सभी ने उनके गीतों को सम्मान दिया है। आज इंद्रजीत सिर्फ एक गायक नहीं, बल्कि एक मिशन हैं — हिमाचल की लोकसंस्कृति को जीवित रखना और उसे वैश्विक मंच पर स्थापित करना—इसी मिशन पर वह कार्य कर रहे हैं।

100 से अधिक गीत, देश-विदेश में अनेकों मंचों पर प्रस्तुति, और लाखों दिलों की धड़कन बन चुके हैं इंद्रजीत। उनके इस अतुलनीय योगदान के लिए उन्हें कई राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तरीय मंचों पर सम्मानित किया है हाल ही देहरादून में 3 फिंगर एंटरटेनमेंट लिमिटेड कंपनी द्वारा आयोजित एक्सीलेंस आईकॉनिक अवार्ड 2025 के तहत हिमाचली प्रसिद्ध लोक गायक इंद्रजीत को हिमाचल रतन सम्मान से नवाजा गया ये सामान बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री ईशा देओल के हाथों से दिया गया गया है। लोक गायक इंद्र जीत ने ये अवार्ड अपने सभी चाहने वालों और हिमाचल प्रदेश के सभी लोगों को समर्पित किया इस समारोह में देश के अलग अलग राज्य से आए हुए अपने अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने बालों को भी सम्मानित किया गया

वे आज की युवा पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा हैं — कि यदि आप अपनी जड़ों से जुड़े रहें, तो आप आसमान को भी छू सकते हैं।

यह केवल संगीत नहीं, हिमाचल की मिट्टी की खुशबू है — जो इंद्रजीत की आवाज़ के ज़रिए दुनिया तक पहुँचती है

: *ओडिशा के पुरी में तीनों रथ गुंडिचा मंदिर पहुंचे, 10 लाख से ज्यादा भक्त पहुंचे* 

पांच जुलाई को मुख्य मंदिर लौटेंगे भगवान

ओडिशा के पुरी में सालाना जगन्नाथ यात्रा का शनिवार को दूसरा दिन था। शनिवार सुबह 10 बजे फिर रथयात्रा शुरू हुई। भक्तों ने तीनों रथों को खींचना शुरू किया। सुबह 11.20 बजे भगवान बलभद्र का रथ तालध्वज और दोपहर 12.20 बजे देवी सुभद्रा का दर्पदलन रथ और इनके बाद भगवान जगन्नाथ का नंदीघोष रथ 1.11 बजे गुंडिचा मंदिर पहुंच गया।

बता दें गुंडिचा मंदिर में भगवान 9 दिन ठहरेंगे। पुरी में शनिवार सुबह से हल्की बारिश जारी रही। इससे मौसम अच्छा हो गया है। शुक्रवार की अपेक्षा शनिवार को भीड़ 10-20 फीसदी कम रही, लेकिन शनिवार को भी कई लोग बीमार हो गए।

: *हिमाचल लेवल-11 वेतनमान वाले पदों के लिए हिमाचली ही होंगे पात्र, मल्टी टास्क वर्करों को तोहफा*

*प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए हैं। राज्य मंत्रिमंडल ने पे मैट्रिक्स लेवल-11 के पदों को ग्रुप बी से ग्रुपसी में पुनर्वर्गीकृत करने को मंजूरी दे दी।*

हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक शनिवार को शिमला में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए हैं। *राज्य कैबिनेट ने लेवल-11 वेतनमान के पदों को ग्रुप बी से ग्रुप सी में पुनर्वर्गीकृत करने को स्वीकृत प्रदान की। इस निर्णय के तहत अब केवल बोनाफाइड (स्थायी/मूल) हिमाचली ही ग्रुप सी पदों के लिए आवेदन करने के लिए पात्र होंगे।* पहले ग्रुप बी श्रेणी के तहत आने वाले इन पदों की भर्ती हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से की जाती थी और देशभर के अभ्यर्थी इन पदों के लिए आवेदन कर सकते थे। अब इनकी भर्ती प्रक्रिया हिमाचल प्रदेश राज्य चयन आयोग के माध्यम से ग्रुपसी के नियमों के तहत की जाएगी। बैठक में 500 पशु मित्रों की भर्ती को भी मंजूरी दी गई।

*मल्टी टास्क वर्करों का मानदेय बढ़ाया, किसानों के लिए नई योजना*

राज्य कैबिनेट ने लोक निर्माण विभाग के लगभग 5,000 मल्टी टास्क वर्कर्स (बहुकार्य कर्मचारी) का मासिक मानदेय 5,000 रुपये से बढ़ाकर 5,500 रुपये करने को मंजूरी दी। कैबिनेट ने गैर-सरकारी दुग्ध सहकारी समितियों को दूध आपूर्ति करने वाले किसानों के लिए दूध प्रोत्साहन योजना शुरू करने का निर्णय लिया। इसके तहत दुग्ध उत्पादकों को तीन रुपये प्रति लीटर की सब्सिडी (उपदान) प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से दी जाएगी। 

पर्यटन विकास निगम का कार्यालय धर्मशाला शिफ्ट होगा, जिला पुलिस देहरा में 101 पद भरे जाएंगे

मंत्रिमंडल ने बैठक में हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) का मुख्यालय शिमला से धर्मशाला स्थानांतरित करने को स्वीकृति प्रदान की गई। यह निर्णय कांगड़ा को हिमाचल प्रदेश की पर्यटन राजधानी घोषित किए जाने के मद्देनजर लिया गया है। इस निर्णय से शिमला शहर पर भीड़ का दबाव कम करने में सहायता मिलेगी। बैठक में जिला पुलिस, देहरा की पुलिस लाइनों में विभिन्न श्रेणियों के 101 पदों के सृजन तथा उन्हें भरने की मंज़ूरी दी गई।  

*सौर ऊर्जा परियोजनाओं की स्थापना के लिए ब्याज सब्सिडी का प्रावधान*

राज्य सरकार ने स्वरोजगार को प्रोत्साहित करने और पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता कम करने के उद्देश्य से सौर ऊर्जा परियोजनाओं की स्थापना के लिए ब्याज सब्सिडी प्रदान करने की स्वीकृति प्रदान की है। इस निर्णय के तहत जनजातीय क्षेत्रों में 100 किलोवाट से 1 मेगावाट की परियोजनाओं पर पांच प्रतिशत ब्याज सब्सिडी, जबकि गैर जनजातीय क्षेत्रों में 250 किलोवाट से 2 मेगावाट की परियोजनाओं पर 4 प्रतिशत ब्याज सब्सिडी मुहैया करवाई जाएगी। 

*100 पंचायतों में 500 किलोवाट के सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित होंगे*

राज्य कैबिनेट ने हिमऊर्जा और चयनित ग्राम पंचायतों के बीच 100 पंचायतों में 500 किलोवाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर को स्वीकृति प्रदान की। प्रत्येक परियोजना से लगभग 25 लाख रुपये मासिक आय होने की उम्मीद है। इस आय का 30 प्रतिशत हिस्सा हिमऊर्जा को, 20 प्रतिशत राज्य सरकार और 40 प्रतिशत संबंधित ग्राम पंचायतों को मिलेगा। अतिरिक्त 10 प्रतिशत आय अनाथों तथा विधवाओं के कल्याण के लिए पंचायतों को प्रदान की जाएगी।

*पंचायत आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र स्थापित होंगे*

मंत्रिमंडल ने हिमऊर्जा और चयनित ग्राम पंचायतों के बीच 100 पंचायतों में 500 किलोवाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर को स्वीकृति प्रदान की। प्रत्येक परियोजना से लगभग 25 लाख रुपये मासिक आय होने की उम्मीद है। इस आय का 30 प्रतिशत हिस्सा हिमऊर्जा को, 20 प्रतिशत राज्य सरकार और 40 प्रतिशत संबंधित ग्राम पंचायतों को मिलेगा। अतिरिक्त 10 प्रतिशत आय अनाथों तथा विधवाओं के कल्याण के लिए पंचायतों को प्रदान की जाएगी। मंत्रिमंडल के फैसलों की जानकारी कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी व यादविंद्र गोमा ने दी।

: सरकारी स्कूलों में खेल के नाम पर हो रहा ‘खेला’

हिमाचल के स्कूलों में खेलों की अनदेखी, 9 साल से नहीं हुई शारीरिक शिक्षकों की भर्ती

सतीश शर्मा – भोरंज

हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में खेल और शारीरिक शिक्षा की स्थिति अत्यंत दयनीय हो चुकी है। प्रदेश के लगभग 25 से 30 प्रतिशत स्कूलों में खेल के मैदान तक नहीं हैं और जहां हैं वहां बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है। प्रदेश में पिछले 9 वर्षों से शारीरिक शिक्षकों की कोई भर्ती नहीं हुई है। इस समय मिडल और हाई स्कूलों में लगभग 4000 से अधिक शारीरिक शिक्षकों के पद रिक्त पड़े हैं, जिससे छात्रों के समग्र विकास पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। प्राथमिक स्कूलों में भी यह विषय उपेक्षित है, जहां प्राथमिक शिक्षक ही खेल गतिविधियों का संचालन कर रहे हैं। कई स्कूलों में शारीरिक शिक्षा विषय पढ़ाया ही नहीं जा रहा है। सरकार ने भले ही स्कूलों को अपग्रेड किया हो, लेकिन शारीरिक शिक्षक की नियुक्ति के लिए छात्र संख्या की न्यूनतम 30 प्रतिशत की बाध्यता के कारण अधिकांश पद भरे ही नहीं जा सके। इससे छात्रों को इस विषय को चुनने का विकल्प भी नहीं मिल पा रहा है। शिक्षा विभाग ने हर शनिवार को स्कूलों में अंतर-विद्यालय खेल प्रतियोगिता आयोजित करने के आदेश तो दे दिए हैं, लेकिन शिक्षकों की कमी और सुविधाओं के अभाव में यह आदेश कागजों तक ही सीमित रह गए हैं। जमीनी हकीकत यह है कि हिमाचल के सरकारी स्कूलों में खेल के नाम पर ‘खेला’ हो रहा है।

भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया फिट इंडिया मूवमेंट चार साल पहले शुरू हुआ था, जिसका उद्देश्य बच्चों को शारीरिक रूप से सक्रिय बनाना था, लेकिन शारीरिक शिक्षकों की भारी कमी और बुनियादी ढांचे की अनुपस्थिति के चलते यह अभियान हिमाचल में लगभग निष्क्रिय हो गया है। इस गंभीर मुद्दे को लेकर भोरंज में बेरोजगार शारीरिक शिक्षकों की एक ऑनलाइन बैठक आयोजित की गई, जिसमें हमीरपुर, मंडी, कांगड़ा, शिमला, चंबा, बिलासपुर, सोलन आदि जिलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। प्रतिभागियों में अरुण शर्मा, रवि शर्मा, सुभाष कुमार, संजय कुमार, विनय कौशल, रमेश कुमार, संजीव कुमार सहित अन्य शामिल रहे। इन शिक्षकों ने बताया कि सरकार और शिक्षा विभाग के समक्ष अनेक बार इस मुद्दे को उठाया गया, लेकिन उनकी तरफ से कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिल पाया। उन्होंने मांग की है कि शारीरिक शिक्षकों के सभी रिक्त पदों को शीघ्र भरा जाए, ताकि हर स्कूल में खेल प्रशिक्षक उपलब्ध हो सके और बच्चों को खेलों की समुचित शिक्षा मिल सके। (एचडीएम)

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*चम्बा के चुराह शरेला मे जेई हत्याकांड: चारों आरोपी पांच दिन के पुलिस रिमांड पर*

जलशक्ति विभाग चुराह मंडल में कार्यरत कनिष्ठ अभियंता नवीन कुमार की हत्या के आरोप में गिरफतार चार आरोपियों को पुलिस रिमांड के लिए जेएमआईसी डलहौजी की अदालत में पेश किया गया। जहां अदालत ने आरोपियों को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस रिमांड की अवधि में आरोपियों से पूछताछ कर हत्या की वारदात के अनसुलझे पहलुओं से पर्दा हटाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि गुरूवार को जलशक्ति विभाग मंडल तीसा के कल्हेल सेक्शन में कनिष्ठ अभियंता के पद पर कार्यरत नवीन कुमार का शव सरेला नाला में संदिग्धावस्था में पडा मिला था। परिजनों ने वारदात की रात नवीन कुमार के साथ मौजूद दोस्तों पर हत्या करने का आरोप लगाया था। आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजनों ने ग्रामीणों संग तीसा मुख्य मार्ग पर चार घंटे तक शव रखकर चक्का जाम भी किया था।

पुलिस ने आरंभिक जांच में जुटाए साक्ष्यों और परिजनों के ब्यान के आधार पर नवीन कुमार के साथ बुधवार रात को पार्टी में मौजूद चारों दोस्तों को गत रोज गिरफ्तार कर लिया था। शनिवार को पुलिस ने मामले से जुड़ी कागजी औपचारिकताएं निपटाने के बाद चारों आरोपियों को अदालत में पेश किया।

अदालत ने पुलिस के आग्रह पर चारों आरोपियों को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश सुनाए हैं। आरोपियों को लेकर पुलिस टीम वापस तीसा लौट गई है। आरोपियों को लेकर पुलिस टीम वापिस तीसा लौट गई है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर अनसुलझे पहलुओं से पर्दा हटाने में जुट गई है। उधर, एसपी चंबा अभिषेक यादव ने कनिष्ठ अभियंता की हत्या के आरोप में गिरफतार चारों आरोपियों को अदालत से पांच दिन का पुलिस रिमांड मिलने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि आरोपियों से पूछताछ जारी है।

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*बरसात का कहर : प्रदेश में अब तक 34 लोगों की गई जान, 300 करोड़ का नुकसान*

प्रदेश में बारिश से तबाही, नदी-नालों में बाढ़ आने से हर तरफ डर का आलम

हिमाचल प्रदेश को बरसात की शुरुआत में ही बड़ा झटका लगा है। राज्य को कुछ दिनों में ही लगभग 300 करोड़ रुपए का नुकसान हो गया है। इतना ही नहीं, इससे बड़ा नुकसान लोगों की जान का है क्योंकि अब तक 34 लोग अपनी जान प्राकृतिक आपदा के कारण गंवा चुके हैं। राजस्व विभाग के प्राकृतिक आपदा सेंटर द्वारा जारी की गई सूचना के अनुसार मानसून में अब तक 34 लोगों की जान जा चुकी हैं वहीं 37 सडक़ें और 47 बिजली ट्रांसफार्मर बंद पड़े हुए हैं। शनिवार को कैबिनेट की बैठक में भी इस पर चर्चा की गई है और सरकार ने त्वरित कदम उठाने की बात की।

आपदा केंद्र द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार बिलासपुर जिला में चार लोग प्राकृतिक आपदा के कारण जान गंवा चुके हैं, जबकि चंबा में भी चार लोगों की मौत हो चुकी है। हमीरपुर में एक व्यक्ति की मौत हुई बताई जा रही है, तो वहीं कांगड़ा में 12 लोग जान गंवा चुके हैं। कुल्लू में एक, लाहुल -स्पीति में एक, मंडी में दो, शिमला में एक, सिरमौर में एक, सोलन में दो तथा ऊना में तीन लोगों की प्राकृतिक आपदा के कारण मौत हुई है। प्राकृतिक आपदों के कारण घायल होने वाली लोगों की संख्या 74 बताई जा रही है। चार लोग अभी भी लापता है।

राजस्व मंत्री बोले, जल्द मिलेगी राहत राशि

राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि आपदा राहत का कार्य चल रहा है। प्रदेश सरकार के जो नियम हैं उसके मुताबिक लोगों को राहत राशि देने के निर्देश दिए हैं।

सडक़ हादसों में 17 की मौत

उपरोक्त आंकड़ों में 17 लोगों की मौत सडक़ दुर्घटना में हुई है। इसमें बिलासपुर में तीन मौतें, चंबा में तीन, हमीरपुर में एक, कंागड़ा में दो, किन्नौर में दो, लाहुल- स्पीति में एक, मंडी में एक, सिरमौर में एक, सोलन में दो व ऊना में एक मौत हुई।

37 सडक़ें, 47 ट्रांसफार्मर बंद

प्राकृतिक आपदा के कारण 37 सडक़ें भी अवरूद्ध हैं जिनको अभी तक खोला नहीं जा सका है। इसके साथ 47 बिजली ट्रांसफार्मर भी बंद पड़े हुए हैं। कई जगहों पर पेयजल लाइनें भी ध्वस्त हैं।

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*काजा में देश का सबसे ऊंचा स्पोट्र्स ट्रेनिंग सेंटर, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने किया शिलान्यास*

शिमला से किन्नौर होते हुए स्पीति तक डबललेन सडक़ बनेगी

जिला के बच्चों को घरद्वार मिलेंगे बेहतरीन अवसर

ग्रामीणों ने किया जोरदार स्वागत, लाहुल-स्पीति में और ज्यादा मिलेगा पर्यटन को बढ़ावा

हिमाचल प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों के दौरे पर आए केंद्रीय संसदीय कार्य एवं जनजातीय मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू शनिवार को काजा पहुंचे । इस मौके पर उन्होंने आइस हॉकी रिंक, हाई एल्टीट्यूड स्पोट्र्स ट्रेनिंग सेंटर क्रिकेट पवेलियन और खेल प्रशिक्षण केंद्र भवन की आधारशिला रखी। केंद्रीय मंत्री का लाहुल परंपरा के अनुसार कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। कार्यक्रम स्थल पर बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।

उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक मंत्रालय की जिम्मेदारी मिलते ही उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से मिलकर मानसून सत्र से पहले ही लाहुल-स्पीति यात्रा का कार्यक्रम बनाया क्योंक वे यहां की समस्याओं एवं विकास के मुद्दों को स्वयं जानना चाहते थे। केंद्रीय संसदीय कार्य एवं जनजातीय मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने ताबा से आगे सडक़ की खस्ता हालत का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस सडक़ की टेंडरिंग प्रक्रिया पूरी हो गई है। आने वाले कुछ वर्षों में शिमला से रामपुर होते हुए किन्नौर-लाहुल-स्पीति सडक़ डबललेन बनाई जाएगी। किरेन रिजिजू ने स्पीति के होम स्टे कांसेप्ट की भी जमकर सराहना की। रविवार को भी केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू लाहुल-स्पीति जिला के दौरे पर रहेंगे। उनके साथ कार्यक्रम में मंडी संसदीय क्षेत्र की सांसद कंगना रणौत एवं स्थानीय विधायक अनुराधा राणा भी उपस्थित थीं । विधायक अनुराधा राणा ने उनके क्षेत्र की जनता को बहुमूल्य परियोजनाओं की सौगात देने के लिए केंद्र सरकार और मंत्री का आभार व्यक्त किया।

आज सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की रखेंगे नींव

केलांग में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए 26 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट का शिलान्यास भी केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू रविवार को करेंगे। जल्दी ही यह सपना सच में तबदील हो जाएगा, जिसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार का आभार जताया। इस मौके पर उनके साथ पूर्व मंत्री एंव प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष गोविंद सिंह ठाकुर भी उपस्थित रहे।

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*स्पेस में गए शुभांशु शुक्ला को पीएम मोदी ने दिया होमवर्क, बोले, इन 3 कामों में चाहिए आपकी मदद*

हमें गगनयान मिशन आगे बढ़ाना है खुद का स्पेस स्टेशन भी बनाना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरिक्ष में गए शुभांशु शुक्ला से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने शुभांशु को होमवर्क दिया। उन्होंने शुभांश से कहा कि हमें गगनयान मिशन को आगे बढ़ाना है। हमें अपना खुद का स्पेस स्टेशन बनाना है। साथ ही चंद्रमा पर भारतीय एस्ट्रोनॉट की लैंडिंग भी करानी है, इन सारे अभियानों में आपके अनुभव बहुत काम आने वाले हैं। मुझे भरोसा है कि आप वहां अपने अनुभवों को जरूर रिकॉर्ड कर रहे होंगे। इसके साथ ही पूछा कि क्या कोई ऐसा एक्सपेरिमेंट है, जो आने वाले समय में एग्रीकल्चर या हैल्थ सेक्टर को फायदा पहुंचाएगा। शुभांशु शुक्ला ने कहा कि इस मिशन की ट्रेनिंग लेने के दौरान मुझे जो सीख मिली है, मैं उसे एक्सपॉन्ज की तरह एब्जॉर्ब कर रहा हूं।

मुझे यकीन है कि जब मैं वापस आऊंगा तो ये हमारे देश के लिए बहुत अहम होगा। हम अपने मिशन में इन अनुभवों को अप्लाई कर सकेंगे और जल्द से जल्द कई मिशनों को पूरा कर सकेंगे। मैं अपनी लर्निंग को हमारे देश के मिशन में लगाऊंगा। वहीं, एक्सपेरिमेंट के सवाल पर शुभांशु ने कहा कि पहली बार भारतीय वैज्ञानिकों ने सात यूनिक एक्सपेरिमेंट डिजाइन किए हैं, जिन्हें मैं अपने साथ स्पेस स्टेशन पर लेकर आया हूं, मैं जो पहला एक्सपेरिमेंट करने वाला हूं वो स्टेम सेल्स पर ऊपर बेस्ड है। दरअसल, अंतरिक्ष में आने पर ग्रैविट खत्म हो जाती है तो मसल लॉस होता है, मैं इस पर एक्सपेरिमेंट कर रहा हूं कि क्यो कोई सप्लीमेंट देकर हम इस मसल लॉस को रोक सकते हैं या डिले कर सकते हैं, इसका डायरेक्ट इंप्लीकेशन धरती पर भी है, जिन लोगों का बुढ़ापे में मसल लॉस होता है, उन पर ये सप्लीमेंट यूज किए जा सकते हैं।

: उत्तराखंड- हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान को पार कर गयी है

पुलिस ने लाउडस्पीकर से श्रद्धालुओं को चेताया कि वो स्नान करने ज़्यादा आगे न जायें

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Admin तेज रफ्तार न्यूज देश का बोलबाला