'एक्ट ईस्ट' की दिशा में भारत का बड़ा कदम, एस. जयशंकर की सिंगापुर यात्रा से संबंधों को मिली नई गति

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रविवार (13 जुलाई, 2025) को सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री गैन किम योंग से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि वह सिंगापुर के साथ विभिन्न द्विपक्षीय पहलों में लगातार प्रगति देखकर खुश हैं. बता दें कि विदेश मंत्री सिंगापुर और चीन की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं.
जयशंकर ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, 'उप प्रधानमंत्री गैन किम योंग से मिलकर अच्छा लगा.' विदेश मंत्री ने कहा कि उन्हें विभिन्न द्विपक्षीय सम्बन्धों में लगातार प्रगति देखकर खुशी हुई.' जयशंकर ने यह भी कहा कि वह तीसरे भारत-सिंगापुर मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन (आईएसएमआर) का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.
विवियन बालाकृष्णन से मुलाकात को लेकर कही ये बात
इससे पहले, जयशंकर ने अपने समकक्ष विवियन बालाकृष्णन से मुलाकात की और कहा, 'सिंगापुर हमारी ‘एक्ट ईस्ट’ नीति के केंद्र में है. वहां विचारों का आदान-प्रदान करना हमेशा खास होता है.' बैठक के बारे में पोस्ट करते हुए बालाकृष्णन ने कहा, 'जैसे-जैसे विश्व बहुध्रुवीयता की ओर अग्रसर हो रहा है, भारत अवसर के इन प्रमुख ध्रुवों में से एक के रूप में तेजी से महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.'
'एक्ट ईस्ट पॉलिसी' भारत की विदेश नीति का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसमें भारत पूर्वी एशिया और दक्षिण-पूर्वी एशिया देशों के साथ रिश्तों को और बढ़ाने पर काम करता है. यह मुलाकात भारत और सिंगापुर के बीच बढ़ते राजनीतिक और आर्थिक संबंधों को आगे बढ़ाने में काम करेगी.
सिंगापुर के विदेश मंत्री ने कही ये बात
सिंगापुर के विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि वह तीसरी आईएसएमआर बैठक के लिए नयी दिल्ली में जयशंकर से मिलने को उत्सुक हैं. आईएसएमआर का उद्घाटन बैठक सितंबर 2022 में नयी दिल्ली में हुआ थ, जबकि आईएसएमआर का दूसरा दौर पिछले साल अगस्त में सिंगापुर में आयोजित किया गया था.
जयशंकर ने टेमासेक होल्डिंग्स के मनोनीत अध्यक्ष टेओ ची हेन से भी मुलाकात की, जिस दौरान उन्होंने भारत में निवेश के अवसरों पर चर्चा की. सिंगापुर यात्रा के बाद जयशंकर चीन के शहर तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सम्मेलन में भाग लेने के लिए जाएंगे.
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