आज के कुछ महत्वपूर्ण खबर प्रकाशित हुआ, *कहते है न कि शौक की कोई कीमत नहीं होती. कुछ लोग शौक को पूरा करने के लिए किसी भी हद तक चले जाते हैं. ऐसा ही कुछ हिमाचल प्रदेश के जिले हमीरपुर के व्यापारी ने किया है. जिसने एक लाख की स्कूटी के लिए 14 लाख रुपये में VIP नंबर खरीदा है. 0001 नंबर को व्यापारी ने भारी भरकम राशि देकर खरीदा है. इससे सरकार को भी 14 लाख का राजस्व प्राप्त हुआ है।*

: *उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री और विधायक राकेश कालिया को जान से मारने की धमकी*
ऊना। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और कांग्रेस विधायक राकेश कालिया को सोशल मीडिया पर जान से मारने की धमकी मिली है, जिसके बाद पुलिस ने गुरुवार देर रात हरोली थाने में इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली है। पुलिस की ओर से मामले की गंभीरता के मद्देनजर जांच की जा रही है। धमकी में श्री अग्निहोत्री और श्री कालिया को धारदार हथियारों से जान से मारने की धमकी दी गई है तथा राजनीतिक रूप से निशाना बनाए जाने के संकेत मिले हैं। हरोली निवासी अरुण कुमार द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, कुख्यात गैंगस्टर अमरीश राणा की हाल ही में हुई गिरफ्तारी से संबंधित एक फेसबुक पोस्ट पर परेशान करने वाली टिप्पणियां की गईं।
दिलीप कुमार नामक यूजर ने 19 जून को कमेंट किया, जनता फिर से तलवार मांग रही है। इसके जवाब में शार्पशूटर नबाईवाला नाम के एक यूजर ने लिखा कि इस बार इसका इस्तेमाल किसी राजनेता पर होगा। एक अन्य यूजर रणदीप ठाकुर ने पूछा कि किस अपराध के लिए? इस पर शार्पशूटर नबाईवाला ने जवाब दिया, केवल उपमुख्यमंत्री और विधायक राकेश कालिया ही जानते हैं। इस बातचीत से घबराए अरुण कुमार ने पुलिस को घटना की सूचना दी। दोनों नेता ऊना जिले से हैं, श्री अग्निहोत्री हरोली निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, जबकि श्री कालिया ने हाल ही में गगरेट उपचुनाव जीता है। पुलिस इस मामले की अब जांच कर रही है कि धमकी देने वाले व्यक्तियों का अमरीश राणा से कोई संबंध है या नहीं, जो कुछ महीने पहले 25 साल की सजा काटने के बाद जेल से रिहा हुआ था। हालांकि, रिहा होने के तुरंत बाद, राणा अवैध खनन मामले में शामिल हो गया, जिसके कारण उसे फिर से गिरफ्तार किया गया था।
[20/06, 9:13 pm] +91 94185 64267: *कहते है न कि शौक की कोई कीमत नहीं होती. कुछ लोग शौक को पूरा करने के लिए किसी भी हद तक चले जाते हैं. ऐसा ही कुछ हिमाचल प्रदेश के जिले हमीरपुर के व्यापारी ने किया है. जिसने एक लाख की स्कूटी के लिए 14 लाख रुपये में VIP नंबर खरीदा है. 0001 नंबर को व्यापारी ने भारी भरकम राशि देकर खरीदा है. इससे सरकार को भी 14 लाख का राजस्व प्राप्त हुआ है।*
: *मानसून-2025 के तहत पूर्व तैयारियों की समीक्षा को लेकर बैठक आयोजित*
उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने की अध्यक्षता
आपदा प्रबंधन में समन्वित प्रयास आवश्यक– उपायुक्त मुकेश रेपसवाल
उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने मानसून-2025 के दौरान चंबा ज़िला में सभी संबंधित विभागीय अधिकारियों, पंचायती राज जनप्रतिनिधियों तथा आपदा मित्रों व स्वयंसेवकों के समन्वित प्रयासों की आवश्यकता जताते हुए सुनियोजित आपदा प्रबंधन व त्वरित राहत कार्यों के माध्यम से संभावित जोखिमों को न्यूनतम करने के निर्देश दिए हैं।
उपायुक्त आज दक्षिण-पश्चिम मानसून-2025 की पूर्व तैयारियों की समीक्षा को लेकर उपायुक्त कार्यालय के सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे।
मुकेश रेपसवाल ने सभी उपमंडल दंडाधिकारी नागरिक (एसडीम) को दूरस्थ ग्राम पंचायतों में आवश्यक सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित बनाने तथा उप मंडलीय आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष को लगातार सक्रिय रखने को कहा।
उन्होंने राष्ट्रीय उच्च मार्ग, लोक निर्माण विभाग को संभावित भूस्खलन वाले क्षेत्रों, असुरक्षित सड़कों की सूची तैयार करने व आवश्यक मशीनरी का भी उचित प्रबंध सुनिश्चित बनाने को कहा। साथ में नगर परिषद , नगर पंचायतों को सड़कों के किनारे वर्षा जल निकासी की बेहतर व्यवस्था भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उपायुक्त ने बैठक में स्वास्थ्य विभाग, विद्युत बोर्ड, जल शक्ति विभाग, शिक्षा विभाग, पशुपालन विभाग, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग से संबंधित विस्तृत कार्य की समीक्षा की तथा संबंधित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मुकेश रेपसवाल ने विभिन्न जल विद्युत परियोजना प्रबंधकों को विशेष नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश देते हुए
आपदा प्रबंधन से संबंधित कार्यों की नियमित समीक्षा करने को कहा।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने अवगत किया कि आवश्यक दवाइयां की उपलब्धता को सुनिश्चित बनाया गया है, साथ में डायरिया नियंत्रण के लिए अभियान 31 जुलाई तक संचालित रहेगा। जल शक्ति विभाग के प्रतिनिधि ने बैठक में बताया कि जिला में सभी जल स्रोतों की साफ-सफाई व्यवस्था पूर्ण कर ली गई है।
ज़िला नियंत्रक खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के प्रतिनिधि ने जानकारी दी कि आपदा प्रबंधन के दृष्टिगत ज़िले की दूरस्थ 45 उचित मूल्य दुकानों के माध्यम से आवश्यक राशन की आपूर्ति के निर्देश जारी किए गए हैं।
विद्युत बोर्ड के अधिशासी अभियंता ने बैठक में बताया कि निर्बाध विद्युत आपूर्ति व्यवस्था सुनिश्चित बनाने के लिए
ट्रांसमिशन लाइनों का रखरखाव एवं मरम्मत कार्य संपूर्ण कर लिया गया है।
उपायुक्त ने बताया कि आपदा स्थिति में टोल फ्री नंबर 1077 पर संपर्क किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त कोई भी व्यक्ति आपदा का ऑडियो-वीडियो संदेश व्हाट्सएप नंबर 98166-98166 पर भेजा जा सकता है।
बैठक में कार्यवाही का संचालन अतिरिक्त ज़िला दंडाधिकारी अमित मैहरा ने किया।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव, अतिरिक्त ज़िला दंडाधिकारी भरमौर् कुलवीर सिंह राणा, एसडीएम चुवाड़ी पारस अग्रवाल, ज़िला राजस्व अधिकारी विक्रमजीत सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विपन ठाकुर, उपनिदेशक पशुपालन डॉ. मुंशी कपूर, प्रारंभिक शिक्षा बलवीर सिंह, ज़िला पर्यटन विकास अधिकारी राजीव मिश्रा, अधिशाषी अभियंता विधुत बोर्ड प्रवेश ठाकुर व अधिशाषी अभियंता जल शक्ति राकेश ठाकुर सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी बैठक में उपस्थित रहे।
: *हिमाचल में बनी 50 दवाएं सब-स्टैंडर्ड*
केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन और राज्य दवा नियामकों की जांच में हिमाचल के 37 दवा उद्योगों में निर्मित 50 दवाएं गुणवत्ता के पैमाने पर खरा नहीं उतर पाई है। जिन दवाओं के सैंपल फेल उनमें एसिडिटी, बुखार, पेट के अल्सर, हृदय रोग, सूजन, आर्थराइटिस व हाई बीपी के उपचार की दवाएं शामिल है । यह खुलासा सीडीएससीओ द्वारा जारी मई माह के ड्रग अलर्ट में हुआ है। सीडीएससीओ द्वारा देर शाम जारी ड्रग अलर्ट में हिमाचल में निर्मित जिन 50 दवाओं के सैंपल फेल हुए है, उनका निर्माण बद्दी, बरोटीवाला, नालागढ़, कालाअंब, सोलन , पांवटा साहिब, ऊना व कांगड़ा सहित अन्य क्षेत्रों में स्थापित उद्योगों में हुआ है। राज्य दवा नियंत्रक ने सभी सबंधित उद्योगों को नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है । इसके अलावा देश भर के अन्य राज्यों के विभिन्न उद्योगों में निर्मित 136 दवाओं के सैंपल भी जांच में फेल हुए है। सीडीएससीओ ने मई माह का ड्रग अलर्ट जारी कर दिया है, इसमें देश के विभिन्न राज्यों में स्थापित दवा उद्योगो में निर्मित 186 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं, जबकि दो दवाओं के सैंपल नकली पाए गए है। सीडीएससीओ की लैब में हुई जांच में 58 दवाए सब-स्टैंडर्ड निकली है जिसमें हिमाचल में बनी दवाओं की तादाद 19 है। जबकि राज्यों की लैब में हुई जांच में 128 दवाओं के सैंपल गुणवत्ता के पैमाने पर खरे नहीं उतरे है। -एचडीएम
ये दवाएं खाने लायक नहीं
ओफ्लॉक्सासिन टैबलेट्स तथा अमॉक्सिसिलिन और पोटेशियम क्लैवुलेनेट जैसी एंटीबायोटिक दवाओं की कई खेपें शामिल हैं। इनके अलावा विटामिन सप्लीमेंट्स, एसिक्लोफेनैक पैरेसिटामोल टैबलेट्स, फोलिक एसिड सिरप, सेफिक्सिम पाउडर, रूमीहील.डी, इट्राकोनाजोल, ऑफ्लॉक्सासिन, ओर्निडाजोल, क्लोबेटासोल प्रोपियोनेट क्रीम जैसी दवाएं भी गुणवत्ता मानकों पर खरी नहीं उतरीं।
इंजेक्शन -सिरप भी जांच में फेल
ड्रग अलर्ट के अनुसार जांच में कई इंजेक्शन सैंपल्स और खांसी की सिरप भी गुणवत्ता में फेल हुई हैं। इनमें एस्से कंटेंट की कमी, गलत लेबलिंग, अनुचित पीएच स्तर और डिसइंटिग्रेशन टेस्ट में विफलता जैसे गंभीर निर्माण दोष पाए गए हैं।
ड्रग कंट्रोलर ने दिए जांच के आदेश
राज्य दवा नियंत्रक मनीष कपूर ने बताया कि ड्रग अलर्ट में जिन उद्योगों की दवाओं के सैंपल फेल हुए है, उन सभी को नोटिस जारी कर सबंधित दवा उत्पाद बाजार से हटाने के निर्देश दे दिए गए है । इसके साथ ही जिन इकाइयों के नाम बार-बार इन मासिक सूचियों में आ रहे हैं, उनकी जोखिम आधारित निरीक्षण कर खामियों को चिन्हित किया जाएगा।
: *हाई कोर्ट ने हिमाचल सरकार पर लगाया पांच लाख हर्जाना, जानिए क्या रहा कारण*
Himachal High Court :
मुख्य सचिव को सेवा विस्तार के खिलाफ दायर याचिका पर नहीं दिया था जवाब
हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट ने मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना को दिए सेवा विस्तार के खिलाफ दायर जनहित याचिका का जवाब न देने पर राज्य सरकार पर पांच लाख रुपए का हर्जाना लगाया है। यह हर्जाना 25 जून तक हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के पास जमा करने के आदेश दिए हैं। कोर्ट ने हिमाचल प्रदेश रियल एस्टेट विनियामक प्राधिकरण (एचपी रेरा) के अध्यक्ष और सदस्य के पद को भी 25 जून तक अधिसूचित करने के आदेश दिए। मुख्य न्यायाधीश गुरमीत सिंह संधावालिया और न्यायाधीश रंजन शर्मा की खंडपीठ ने स्पष्ट किया कि 25 जून को चीफ सेक्रेटरी के सेवा विस्तार के खिलाफ मांगी गई अंतरिम राहत पर विचार किया जाएगा। कोर्ट ने कहा कि सरकार द्वारा कभी रेरा के मुख्यालय को धर्मशाला तबदील करने के बहाने से तो कभी नियुक्ति का मामला विचाराधीन होने की बात करते हुए हिमाचल प्रदेश रियल एस्टेट विनियामक प्राधिकरण के अध्यक्ष और सदस्य की नियुक्ति नहीं की जा रही है। याचिकाकर्ता अतुल शर्मा ने हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर मांग की है कि मुख्य सचिव के रूप में प्रबोध सक्सेना को छह महीने का सेवा विस्तार प्रदान करने वाले 28 मार्च, 2025 के सेवाविस्तार आदेश को रद्द करने के आदेश जारी किए जाएं।
प्रार्थी द्वारा कोर्ट के समक्ष रखे तथ्यों के अनुसार 21 अक्तूबर, 2019 को विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम राउज एवेन्यू कोर्ट, नई दिल्ली ने प्रबोध सक्सेना के खिलाफ दायर सीबीआई आरोपपत्र का संज्ञान लिया है। प्रार्थी का कहना है कि 23 जनवरी, 2025 को सीबीआई ने पत्र जारी कर इस बात की पुष्टि की है कि प्रबोध सक्सेना के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया गया है और आपराधिक मुकदमा लंबित है। दागी होने के बावजूद 28 मार्च, 2025 को भारत सरकार, कार्मिक मंत्रालय ने प्रबोध सक्सेना को 30 सितंबर, 2025 तक मुख्य सचिव के रूप में छह महीने का विस्तार दे दिया। आपराधिक मुकदमा लंबित होने के बावजूद प्रबोध सक्सेना का नाम संदिग्ध सत्यनिष्ठा की सूची में शामिल नहीं किया गया, जो कि संविधान के अनुच्छेद 123 का उल्लंघन है। आरोप है कि प्रबोध सक्सेना को सेवा विस्तार को मंजूरी देते समय केंद्र सरकार के समक्ष पूरी सतर्कता रिपोर्ट नहीं रखी गई थी। प्रार्थी का कहना है कि प्रशासनिक सुधारों पर संसदीय समिति ने भ्रष्टाचार की जांच का सामना कर रहे नौकरशाहों को बचाने के लिए सेवा विस्तार के दुरुपयोग के बारे में चिंता जताई है। यह आरोप लगाया गया है कि मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव वित्त के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान प्रबोध सक्सेना ने अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया। सरकार सेवा विस्तार देने से पहले सीवीसी, राज्य सतर्कता और डीओपीटी के साथ अनिवार्य परामर्श लेने में विफल रही, जिससे डीओपीटी के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन हुआ। मामले पर अगली सुनवाई 25 जून को निर्धारित की गई है।
: *Israel Iran War : ईरान ने तेज किए हमले, इजरायल ने मारा एक और न्यूक्लियर साइंटिस्ट*
ईरान-इजरायल के बीच घातक लड़ाई शुक्रवार को आठवें दिन में प्रवेश कर गई। ईरान ने दक्षिणी इजरायल पर मिसाइलों की बारिश की है। शुक्रवार सुबह ईरान ने इजरायल के बीरशेवा शहर में माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस के पास बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया। इससे कई कारों में आग लग गई। आस-पास के घरों को भी नुकसान पहुंचा। हमले में सात लोग घायल हुए हैं। इसके बाद ईरान ने शुक्रवार शाम इजरायल के कई शहरों पर फिर से हमले किए। हाइफा में मिसाइल गिरने से 17 लोग घायल हुए हैं। इनमें एक 16 साल के नाबालिग सहित तीन की हालत गंभीर है। उधर, ईरान की राजधानी तेहरान के गिशा इलाके में शुक्रवार सुबह हुए इजरायल द्वारा किए गए हमले में एक न्यूक्लियर साइंटिस्ट की मौत हो गई। इस धमाके का मकसद ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम को नुकसान पहुंचाना था। हालांकि ईरानी सरकार की ओर से इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन इस घटना ने दोनों देशों के बीच पहले से ही तनावपूर्ण माहौल को और बढ़ा दिया है। ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियन ने इजऱायल के हमलों को लेकर सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि शांति की एकमात्र राह यही है कि इजरायली हमलों को तुरंत और बिना शर्त रोका जाए। अगर इजरायल की ओर से हमले जारी रहते हैं, तो ईरान को और भी कड़ा जवाब देने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। उधर, ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने साफ शब्दों में कहा कि जब तक इजरायल के हमले जारी रहेंगे, अमरीका या किसी अन्य देश के साथ इस मुद्दे पर कोई बातचीत नहीं होगी।
ईरान इस समय आत्मरक्षा की स्थिति में है और अपना बचाव करना उसका अधिकार है। ईरान ने यूरोपीय देशों से संवाद की इच्छा जताई, लेकिन ज़ोर देकर कहा कि अमरीका के साथ कोई बातचीत संभव नहीं, जब तक इजरायल के हमले बंद नहीं होते। अराघची ने कहा कि ईरान को भरोसा है कि समय के साथ अंतरराष्ट्रीय समुदाय इजरायल की आक्रामकता से दूरी बनाना शुरू करेगा और युद्ध विराम की मांग और तेज़ होगी। इसी बीच ईरान पर जल्द हमला करने के बड़े-बड़े दावे करने वाले अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अब पीछे हट गए हैं और ईरान पर हमला करने के फैसले को दो हफ्ते के लिए टाल दिया है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि राष्ट्रपति ट्रंप अगले दो सप्ताह के भीतर यह निर्णय लेंगे कि ईरान पर हमला करना है या नहीं। दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप इस दौरान ईरान से फिर से बातचीत करना चाहते हैं। उन्हें अब भी इस बात की ‘पर्याप्त’ संभावना दिखती है कि बातचीत के जरिए मुद्दे सुलझाए जा सकते हैं और ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर अमरीका और इजरायल की मांगें पूरी हो सकती हैं। हालांकि ट्रंप के रुख में बदलाव की टाइमिंग अहम है। इस रुख में बदलाव तब आया है, जब रूस और चीन ने एक दिन पहले ही अमरीका से दो टूक कह दिया था कि अगर ईरान पर यूएस हमला बोलता है, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। चीन ने तो इजरायल को भी चेतावनी देते हुए कहा था कि ईरान पर हमले तुरंत बंद करे और युद्धविराम की घोषणा करे। अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार कह रहे हैं कि अपने फैसलों से चौंकाने वाले ट्रंप ईरान पर हमला करने के मुद्दे पर अमरीकी नफा-नुकासन से चिंतित हैं। उन्हें इस बात की चिंता रही है कि अगर युद्ध में कूदे, तो इराक युद्ध जैसे हालात पैदा हो सकते हैं। इसके अलावा अफगानिस्तान जैसी स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। लंबी लड़ाई छिडऩे का भी खतरा है, क्योंकि जिस तरह से रूस और चीन खुलकर ईरान के समर्थन में उतरे हैं, उससे मध्य-पूर्व की जंग दुनिया के दूसरे हिस्सों में भी फैल सकती है।
: *Cyber Fraud : अब फर्जी डिलीवरी एजेंट बनकर हो रही ठगी, ऐसे करें बचाव*
शातिर ऑर्डर के बहाने लोगों से ओटीपी लेकर लगा रहे करारी चपत, साइबर सैल शिमला ने किया अलर्ट
बार-बार जागरूक करने के बाद भी बातों में फंस रहे लोग
फर्जी डिलीवरी एजेंट्स द्वारा ग्राहकों से ओटीपी लेकर करने के कई मामले सामने आए हैं। प्रोडक्ट की डिलीवरी के बहाने शातिर ग्राहकों को अपने जाल में फंसाकर ओटीपी प्राप्त करने के बाद कंज्यूमर को चपत लगा देते हैं। डिजिटल पेमेंट्स और ऑनलाइन बैंकिंग के बढ़ते प्रचलन के साइबर क्राइम भी बढ़े हैं, इसलिए ग्राहकों डेटा को लेकर कई कंपनियां जागरूक और सतर्क हो गई हैं। यूजर्स को ज्यादा सुरक्षित डिलीवरी प्रदान करने के लिए फ्लिपकार्ट और अमेजॉन जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ने डिलीवरी के लिए वन टाइम पासवर्ड प्रोसेस शुरू कर चुका है। हालांकि, तमाम सेफ्टी फीचर्स के बावजूद जालसाज और साइबर बदमाश ग्राहकों को चपत लगाने में और बैंक खातों से पैसे चुराने में कामयाब रहे हैं। हाल ही में, फर्जी डिलीवरी एजेंट्स द्वारा ग्राहकों से ओटीपी एकत्र करने के कई मामले सामने आए हैं। साइबर ठग और स्कैमर अक्सर डिलीवरी पैकेज प्राप्त करने वाले ग्राहकों पर नजर रखते हैं और ओटीपी मांगने के लिए ग्राहकों के पास डिलीवरी एजेंट के रूप में जाते हैं और बहानेबाजी से करके ग्राहकों को चूना लगा देते हैं। शातिर ग्राहकों के पास पहुंचकर ऑर्डर अमाउंट मांगते हैं और दावा करते हैं कि यह प्रोडक्ट कैश ऑन डिलीवरी पर उपलब्ध है। यदि ग्राहक डिलीवरी पैकेज प्राप्त करने से इनकार करते हैं, तो वे ऐसा दिखावा करते हैं जैसे कि वे डिलीवरी रद्द कर रहे हैं। इस तरह ग्राहकों को अपने जाल में फंसाकर ये लोग ओटीपी प्राप्त करने के बाद कंज्यूमर के सेल फोन को हैक कर लेते हैं और पैसे चुरा लेते हैं।
ऐसे करें बचाव
डीआईजी साइबरक्राइम मोहित चावला का कहना है कि देशभर में ऐसे फर्जी डिलीवरी स्कैम से जुड़े कई मामले सामने आए हैं। इसलिए लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। फर्जी ओटीपी स्कैम को रोकने के लिए याद रखें कि संदिग्ध डिलीवरी एजेंट्स के साथ ओटीपी किसी से शेयर न करें। जो भी व्यक्ति किसी भी प्रकार का ओटीपी मांग रहा है उसकी पहचान सत्यापित करें। इसके अलावा पैसे का भुगतान करने और डिलीवरी की पुष्टि करने से पहले डिलीवरी पैकेज खोलकर देख लें।
: *Israel Iran War : ईरान की हिंदुस्तान से गुजारिश, इजरायल पर दबाव बनाए भारत*
पाकिस्तान को लेकर जताई उम्मीद
भारत में ईरान के उपराजदूत मोहम्मद जवाद हुसैनी ने इजरायल के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए भारत से इजरायल की खुलेआम निंदा करने और उस पर प्रेशर बनाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि भारत जैसे बड़े और शांति समर्थक देश, जो वैश्विक दक्षिण की आवाज हैं, उन्हें इजरायल की आलोचना कर अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए। मोहम्मद जवाद हुसैनी ने कहा कि अगर इजरायल के अक्तूबर में हमास के खिलाफ शुरू किए गए हमलों के दौरान ही वैश्विक स्तर पर निंदा की गई होती, तो वह कभी भी ईरान जैसे संप्रभु देश पर हमला करने की हिम्मत नहीं करता।
हुसैनी ने अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि आईएईए ने खुद कहा था कि ईरान की ओर से कोई सैन्य परमाणु गतिविधि नहीं चल रही है। फिर भी उन्होंने इजरायल का पक्ष लेते हुए ईरान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई को समर्थन दिया। हुसैनी ने स्पष्ट कहा कि ईरान की रक्षा नीति में परमाणु हथियारों का कोई स्थान नहीं है और देश को अपनी सुरक्षा के लिए इनकी आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि परमाणु हथियार हमारी रक्षा नीति का हिस्सा नहीं हैं। हम अपनी सुरक्षा खुद कर सकते हैं, हमें परमाणु हथियारों की जरूरत नहीं है।
हमलों के खिलाफ तेहरान में हजारों लोगों ने मार्च निकाला
ईरान की राजधानी तेहरान में जुमे की नमाज के बाद हजारों लोगों ने इजरायल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और अपने नेताओं के समर्थन में नारे लगाए। प्रदर्शन के दौरान ईरान के खिलाफ अमरीका की धमकियों के खिलाफ भी नारे लगाए। रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने अपने हाथों में इजरायल के हमले में मारे गए कमांडरों की तस्वीरें पकड़ी हुई थीं। लोगों ने ईरान, फिलिस्तीन और हिजबुल्लाह के झंडे भी लहराए।
जंग के बीच ईरान ने फिर खोला एयरस्पेस, अपने विमानों से 1000 भारतीयों को भेजेगा दिल्ली
ईरान ने भारतीय छात्रों की निकासी के लिए अपने बंद हवाई क्षेत्र को विशेष रूप से भारत के लिए खोल दिया है। युद्ध प्रभावित ईरानी शहरों में फंसे छात्रों की आपातकालीन निकासी के लिए उठाया गया बड़ा और साहसिक कदम है। इसे भारतीय कूटनीति की जीत भी कहा जा रहा है। ऑपरेशन सिंधु के तहत कम से कम 1,000 भारतीय छात्रों के दिल्ली पहुंचेंगे। ईरान के मशहद शहर से ईरानी विमान में ही छात्र दिल्ली आएंगे। दूसरी और तीसरी उड़ान शनिवार को निर्धारित की गई है। इनमें एक विमान सुबह तो दूसरी शाम को पहुंचेगा। ईरान के स्थानीय अधिकारियों ने पुष्टि की है कि जो भारतीय नागरिक ईरान छोडक़र जाना चाहते हैं, उनके लिए चार्टर्ड विमानों की व्यवस्था की गई है।
: *पीएम मोदी ने खोला ट्रंप का निमंत्रण ठुकराने का राज, आप भी जानिए*
एकदिवसीय दौरे पर भुवनेश्वर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी विदेश यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि अभी दो दिन पहले मैं जी-7 शिखर सम्मेलन के लिए कनाडा में था।
मेरी यात्रा के दौरान, अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मुझे फोन किया और वाशिंगटन आकर साथ में खाना खाने का निमंत्रण दिया। मैंने संयुक्त राज्य अमरीका के राष्ट्रपति से सम्मानपूर्वक कहा कि आपके निमंत्रण के लिए धन्यवाद, लेकिन मेरे लिए महाप्रभु की पवित्र भूमि ओडिशा पर जाना आवश्यक है। और इसलिए मैंने विनम्रतापूर्वक उनके प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया, क्योंकि महाप्रभु के प्रति आपका प्रेम और भक्ति मुझे इस पवित्र भूमि पर खींच लाई।
: *Ind vs Eng Test Series : जायसवाल व कप्तान गिल के शतक, टेस्ट में पहले ही दिन घुटनों पर इंग्लैंड*
तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी का पहला मैच भारत और इंग्लैंड के बीच लीड्स के हेडिंग्ले क्रिकेट स्टेडियम में खेला जा रहा है। शुक्रवार को इंग्लैंड ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी। यशस्वी जायसवाल (101) और कप्तान शुभमन गिल (127*) के शतकों से भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ दमदार पारी खेली। पहले दिन स्टंप तक भारत ने तीन विकेट पर 359 रन बना लिए थे। रिषभ पंत 65 रन बनाकर खेल रहे थे।
जायसवाल का यह पांचवां टेस्ट शतक है। इसके साथ ही उन्होंने इंग्लैंड में पहला शतक लगाया। वहीं, बतौर कप्तान शुभमन का यह पहला शतक है। लंच ब्रेक से ठीक पहले भारत ने लगातार दो ओवर में विकेट गंवाए। साई सुदर्शन डेब्यू मैच में खाता नहीं खोल सके, जबकि केएल राहुल 42 रन बनाकर आउट हुए। बेन स्टोक्स और ब्रायडन कार्स को विकेट मिले।
गिल भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी करने वाले पांचवें सबसे युवा खिलाड़ी
शुभमन गिल ने शुक्रवार को इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में उतरते ही एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली। वह भारत की टेस्ट टीम की कप्तानी करने वाले पांचवें सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं, जबकि 21वीं सदी में (2000 के बाद से) टेस्ट क्रिकेट में देश का नेतृत्व करने वाले सबसे युवा भारतीय बने हैं। शुभमन गिल भारत के टेस्ट क्रिकेट के 93 साल के इतिहास में मंसूर अली खान पटौदी, सचिन तेंदुलकर, कपिल देव और रवि शास्त्री के बाद भारत के पांचवें सबसे युवा कप्तान बन गए हैं।
: *टीजीटी भर्ती की आयु सीमा अब 47 साल, इतने पदों पर होगी भर्ती*
राज्य चयन आयोग ने दो साल की बढ़ोतरी की, 937 पदों पर होगी भर्ती
हिमाचल प्रदेश राज्य चयन आयोग (एचपीआरसीए) ने टीजीटी के 937 पदों की भर्ती की अधिसूचना में संशोधन करते हुए अधिकतम आयु सीमा में दो साल की बढ़ोतरी की है। अब यह सीमा 45 की जगह 47 वर्ष कर दी गई है। बता दें कि आयोग की ओर करेक्शन विंडो में यह विकल्प अभ्यर्थियों को दिया जाएगा। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कुछ दिन पहले ही अपने कांगड़ा दौरे के दौरान अभ्यर्थियों की मांग पर टीजीटी भर्ती में आयु सीमा में छूट का ऐलान किया था।
इसके बाद शिक्षा विभाग ने इस बाबत आयोग को भर्ती अधिसूचना में संशोधन के लिए पत्राचार किया था। आयोग ने शिक्षा विभाग से अधिसूचना में बदलाव को लेकर जरूरी तथ्यों मांगे थे। इन तथ्यों की जानकारी मिलते ही अब आयोग के अध्यक्ष व सदस्यों ने भर्ती अधिसूचना संशोधन पर मोहर लगाई है। आयुसीमा में छूट का इंतजार कर रहे हजारों बेरोजगारों के लिए यह बहुत बड़ी राहत भरी खबर है। अब 47 वर्ष तक के अभ्यर्थी भी इस भर्ती में हिस्सा ले सकेंगे।
आयु सीमा में दो साल की बढ़ोतरी को लेकर शुद्धिपत्र आयोग की वेबसाइट एचपीआरसीए. एचपी. जीओवी.इन पर अपलोड कर दिया गया है। पात्र उम्मीदवार इन पदों के लिए तीन जुलाई तक आवेदन करें।
डा. विक्रम महाजन,सचिव, राज्य चयन आयोग
तीन जुलाई तक करें आवेदन
आयोग के माध्यम से टीजीटी के 937 पदों पर आवेदन की प्रक्रिया चल रही है। तीन जुलाई तक अभ्यर्थी इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। टीजीटी आट्र्स के 437, टीजीटी नॉन मेडिकल के 343 पद और टीजीटी मेडिकल के 169 पद भरे जाने हैं। गौर रहे कि पेपर लीक मामला सामने आने के बाद नवगठित राज्य चयन आयोग में अढ़ाई साल के बाद पहली नई भर्ती आयोग में होने जा रही है।
: *भगवान जगन्नाथ की दिव्य यात्रा, जानें महत्त्व और खास बातें*
जगन्नाथ रथयात्रा भारत में मनाए जाने वाले धार्मिक महा महोत्सवों में सबसे प्रमुख तथा महत्त्वपूर्ण मानी जाती है। यह रथयात्रा न केवल भारत अपितु विदेशों से आने वाले पर्यटकों के लिए भी खासी दिलचस्पी और आकर्षण का केंद्र बनती है। भगवान श्रीकृष्ण के अवतार ‘जगन्नाथ’ की रथयात्रा का पुण्य सौ यज्ञों के बराबर माना जाता है। सागर तट पर बसे पुरी शहर में होने वाले जगन्नाथ रथयात्रा उत्सव के समय आस्था का जो विराट वैभव देखने को मिलता है, वह और कहीं दुर्लभ है। इस रथयात्रा के दौरान भक्तों को सीधे प्रतिमाओं तक पहुंचने का बहुत ही सुनहरा अवसर प्राप्त होता है। जगन्नाथ रथयात्रा दस दिवसीय महोत्सव होता है। यात्रा की तैयारी अक्षय तृतीया के दिन श्रीकृष्ण, बलराम और सुभद्रा के रथों के निर्माण के साथ ही शुरू हो जाती है। देश-विदेश से लाखों लोग इस पर्व के साक्षी बनने हर वर्ष यहां आते हैं। भारत के चार पवित्र धामों में से एक पुरी के 800 वर्ष पुराने मुख्य मंदिर में योगेश्वर श्रीकृष्ण जगन्नाथ के रूप में विराजते हैं। साथ ही यहां बलभद्र एवं सुभद्रा भी हैं…
दर्शन : हिंदू धर्म में श्रीकृष्ण साक्षात भगवान विष्णु के अवतार हैं। अपने भक्तों को संदेश देते हुए उन्होंने स्वयं कहा है- ‘जहां सभी लोग मेरे नाम से प्रेरित हो एकत्रित होते हैं, मैं वहां पर विद्यमान होता हूं।’ वर्तमान रथयात्रा में जगन्नाथ को दशावतारों के रूप में पूजा जाता है, उनमें विष्णु, कृष्ण, वामन और बुद्ध हैं। जगन्नाथ मंदिर में पूजा, आचार-व्यवहार, रीति-नीति और व्यवस्थाओं को शैव, वैष्णव, बौद्ध, जैन धर्मावलम्बियों ने भी प्रभावित किया है। रथ का रूप श्रद्धा के रस से परिपूर्ण होता है। वह चलते समय शब्द करता है। उसमें धूप और अगरबत्ती की सुगंध होती है। इसे भक्तजनों का पवित्र स्पर्श प्राप्त होता है। रथ का निर्माण बुद्धि, चित्त और अहंकार से होता है, ऐसे रथ रूपी शरीर में आत्मा रूपी भगवान जगन्नाथ विराजमान होते हैं। इस प्रकार रथयात्रा शरीर और आत्मा के मेल की ओर संकेत करता है और आत्मदृष्टि बनाए रखने की प्रेरणा देती है। रथयात्रा के समय रथ का संचालन आत्मा युक्त शरीर करता है जो जीवन यात्रा का प्रतीक है। यद्यपि शरीर में आत्मा होती है तो भी वह स्वयं संचालित नहीं होती, बल्कि उसे माया संचालित करती है। इसी प्रकार भगवान जगन्नाथ के विराजमान होने पर भी रथ स्वयं नहीं चलता, बल्कि उसे खींचने के लिए लोक-शक्ति की आवश्यकता होती है।
प्रथाएं : रथयात्रा आरंभ होने से पूर्व पुराने राजाओं के वंशज पारंपरिक ढंग से सोने के हत्थे वाली झाडू से ठाकुर जी के प्रस्थान मार्ग को बुहारते हैं। इसके बाद मंत्रोच्चार एवं जयघोष के साथ रथयात्रा शुरू होती है। कई वाद्ययंत्रों की ध्वनि के मध्य विशाल रथों को हजारों लोग मोटे-मोटे रस्सों से खींचते हैं। सबसे पहले बलभद्र का रथ तालध्वज प्रस्थान करता है। थोड़ी देर बाद सुभद्रा की यात्रा शुरू होती है। अंत में लोग जगन्नाथ जी के रथ को बड़े ही श्रद्धापूर्वक खींचते हैं। लोग मानते हैं कि रथयात्रा में सहयोग से मोक्ष मिलता है, अत: सभी लोग कुछ पल के लिए रथ खींचने को आतुर रहते हैं। जगन्नाथ जी की यह रथयात्रा गुंडीचा मंदिर पहुंचकर संपन्न होती है। गुंडीचा मंदिर वहीं है, जहां विश्वकर्मा ने तीनों देव प्रतिमाओं का निर्माण किया था। इसे गुंडीचा बाड़ी भी कहते हैं। यह भगवान की मौसी का घर भी माना जाता है। सूर्यास्त तक यदि कोई रथ गुंडीचा मंदिर नहीं पहुंच पाता तो वह अगले दिन यात्रा पूरी करता है। गुंडीचा मंदिर में भगवान एक सप्ताह प्रवास करते हैं। इस बीच इनकी पूजा-अर्चना यहीं होती है।
बाहुड़ा यात्रा : आषाढ़ शुक्ल दशमी को जगन्नाथ जी की वापसी यात्रा शुरू होती है। इसे बाहुड़ा यात्रा कहते हैं। शाम से पूर्व ही रथ जगन्नाथ मंदिर तक पहुंच जाते हैं, जहां एक दिन प्रतिमाएं भक्तों के दर्शन के लिए रथ में ही रखी रहती हैं। अगले दिन प्रतिमाओं को मंत्रोच्चार के साथ मंदिर के गर्भगृह में पुन: स्थापित कर दिया जाता है। मंदिर में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र एवं सुभद्रा की सौम्य प्रतिमाओं को श्रद्धालु एकदम निकट से देख सकते हैं। भक्त एवं भगवान के बीच यहां कोई दूरी नहीं रखी जाती। काष्ठ की बनी इन प्रतिमाओं को भी कुछ वर्ष बाद बदलने की परंपरा है। जिस वर्ष अधिमास रूप में आषाढ़ माह अतिरिक्त होता है, उस वर्ष भगवान की नई मूर्तियां बनाई जाती हैं। यह अवसर भी उत्सव के रूप में मनाया जाता है। पुरानी मूर्तियों को मंदिर परिसर में ही समाधि दी जाती है।
इतिहास : पौराणिक कथाओं के अनुसार ‘राजा इन्द्रद्युम्न’ भगवान जगन्नाथ को ‘शबर राजा’ से यहां लेकर आए थे तथा उन्होंने ही मूल मंदिर का निर्माण कराया था जो बाद में नष्ट हो गया। इस मूल मंदिर का कब निर्माण हुआ और यह कब नष्ट हो गया, इसके बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं है। ‘ययाति केशरी’ ने भी एक मंदिर का निर्माण कराया था। वर्तमान 65 मीटर ऊंचे मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी में चोल ‘गंगदेव’ तथा ‘अनंग भीमदेव’ ने कराया था। परंतु जगन्नाथ संप्रदाय वैदिक काल से लेकर अब तक मौजूद है।
: *चार ईको टूरिज्म साइट्स को मिली मंजूरी, प्रदेश की इन जगहों पर विकसित की जाएंगी साइट*
राज्य सरकार ने 77 ईको टूरिज्म साइट्स निजी उद्यमियों को देने का निर्णय लिया है, जिसकी शुरुआत हो गई है। शुक्रवार को वन विभाग की ईको सोक सोसायटी ने चार ईको टूरिज्म साइट्स के आबंटन को मंजूरी प्रदान की। इसमें दो धर्मशाला की, तो एक-एक साइट कुल्लू व एक शिमला की है। शुक्रवार को शिमला में ईको टूरिज्म सोसायटी की बैठक थी, जिसकी अध्यक्षता अतिरिक्त मुख्य सचिव वन केके पंत ने की। बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी ईको सोक संजय सूद ने कार्यसूची प्रस्तुत की, जिनमें चार ईको टूरिज़्म साइट्स को औपचारिक रूप से आबंटन करने की स्वीकृति प्रदान की गई। इसमें त्रियूंड वन धर्मशाला, लॉगहट धर्मकोट धर्मशाला, गुलाबा पार्क कुल्लू और नारकंङा नेचर कैम्प शिमला ईको टूरिज़्म साइट्स शामिल हैं।
साथ ही 28 ईको टूरिज़्म साइट्स को अगले चरण में निविदा द्वारा आबंटन करने की स्वीकृति प्रदान की गई, जिनमें वन वृत्त धर्मशाला की पांच, कुल्लू की चार, मंडी की चार व रामपुर की सात ईको टूरिज़्म साइट्स शामिल हैं। इसके अतिरिक्त वन विश्राम गृहों में पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने जिसमें खान-पान व अन्य सेवाओं को आउटसोर्स करने का निर्णय लिया गया। इस बैठक में प्रधान मुख्य अरण्यपाल वन बल प्रमुख समीर रस्तोगी, प्रधान मुख्य अरण्यपाल वन्यप्राणी विंग अमिताभ गौतम, विशेष सचिव टूरिज़्म विजय कुमार, गैर सरकारी सदस्य ईको सोक संजीव गांधी, पीतांबर जयसवाल, अरुण ठाकुर, अरण्यपाल वासु कौशल, संदीप शर्मा, सरोज वर्मा, रघुराम, रजनीश महाजन, दिनेश शर्मा वर्चुअल रूप से इस बैठक में शामिल रहे।
: *आज बंगलुरू से नई वोल्वो बसें लेकर हिमाचल के लिए रवाना होंगे ड्राइवर*
तीन दिन का सफर कर पहुंचेंगे शिमला, राजधानी से डिपुओं को रवाना होगी गाडिय़ां
हिमाचल पथ परिवहन निगम के चालकों की टीम शुक्रवार को बंगलुरू पहुंची। चालकों का यह दल शनिवार को बंगलुरू से वापस लौटेगा। शनिवार को यह लोग वहां से चलेंगे, जिसके तीन-दिन बाद यहां पहुंचेंगे। यहां शिमला में बसों को लाने के बाद इन बसों को अलग-अलग डिपुओं में भेजा जाएगा। एचआरटीसी ने अपने वरिष्ठ चालकों का बड़ा दल इन बसों को लाने के लिए बंगलुरू भेजा हुआ है, जिन्होंने शुक्रवार को बंगलुरू में बसों को संभाल लिया। शनिवार को सुबह यह दल वहां से हिमाचल के लिए रवाना हो जाएगा।
एचआरटीसी के कुल आठ डिपो से अलग-अलग चालक वहां भेजे हैं, जिनके पास वोल्वो बसेें चलाने का अनुभव है। परिवहन निगम के पास वोल्वो बसों की काफी ज्यादा कमी हो गई थी मगर अब इन बसों का बेड़ा बढ़ जाएगा और उसे बड़ी राहत मिलेगी। क्योंकि दिल्ली के लिए बसों की संख्या काफी कम हो गई थी और वहां पर केवल बीएस छह श्रेणी की बसों को ही भेजा जा सकता है। ऐसे में इन बसों की कमी के चलते 16 से ज्यादा रूट दिल्ली के प्रभावित थे, जो अब वापस बहाल हो सकेंगे। इसके साथ कई नए रूटों से भी दिल्ली के लिए वोल्वो बसें चलाई जाएंगी।
: *सुक्खू सरकार ने दांव पर लगाया होनहार युवाओं का भविष्य, पुलिस भर्ती में बड़े स्तर पर धांधली: परमार*
हिमाचल में जारी पुलिस भर्ती प्रक्रिया सवालों के घेरे में आ गई है। ग्राउंड टेस्ट के बाद हाल ही में हुई लिखित परीक्षा पर गड़बड़ के आरोप अभ्यर्थियों ने लगाए हैं। बताया जा रहा है कि बड़े पैमाने पर परीक्षा में धांधली हुई है, जिसकी प्रदेश भर से शिकायतें आ रही हैं। इसी बीच पूर्व विधानसभा अध्यक्ष, कांगड़ा-चंबा संसदीय क्षेत्र के भाजपा प्रभारी एवं सुलह क्षेत्र के वर्तमान विधायक विपिन सिंह परमार ने भी पुलिस भर्ती पर हिमाचल सरकार को आड़े हाथ लिया है। श्री परमार ने कहा कि जब भी कोई भर्ती निकलती है, तो प्रदेश के मेहनती नौजवानों को आस होती है कि वे भी नौकरी हासिल कर लेंगे। इसके लिए वे खूब मेहनत करते हैं और जब परीक्षा की बारी आती है, तो कोई और ही बाजी मार जाता है, जबकि जीतोड़ मेहनत करने वाले होनहार परीक्षा में गड़बड़ या धांधलियों के चलते बाहर हो जाते हैं।
श्री परमार ने कहा कि वर्तमान में जारी पुलिस भर्ती परीक्षा में बड़े स्तर पर गड़बड़ की शिकायतें आ रही हैं और आरोप लगाने वालों में ज्यादातर बेटियां हैं, जिनका कहना है कि परीक्षा हॉल में कुछ अभ्यर्थियों ने एक साथ बैठकर आपस में पेपर सॉल्व किया, परंतु उन्हें किसी ने भी नहीं रोका। यही नहीं, कई जगहों पर मोबाइल डिवाइस के इस्तेमाल की भी बात सामने आ रही हंै। विपिन परमार ने कहा कि इतने गंभीर आरोप लगने के बाद भी सुक्खू सरकार मामले में कोई एक्शन नहीं ले पा रही है। इतने संवेदनशील मामले और मेहनती युवाओं के भविष्य पर सरकार द्वारा कोई कदम न उठाया जाना, उनकी मंशा पर भी सवाल खड़े कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस पूरी भर्ती प्रक्रिया पर जो भी आरोप लग रहे हैं, वे बेहद गंभीर हैं। सरकार को सबूत के साथ प्रदेशवासियों को स्पष्टीकरण देना चाहिए, क्योंकि यह नौजवानों के भविष्य का सवाल है।
: *मिलकर सॉल्व किया पेपर, पर किसी ने नहीं रोका, जयराम बोले, पुलिस भर्ती में गड़बड़ की शिकायतें*
अपने विधानसभा स्थित कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि पुलिस भर्ती मामले में बड़े पैमाने पर गड़बड़ की शिकायतें मिल रही हैं। युवाओं को पास करने का ठेका लेने वाले लोग सामने आए हैं। करोड़ों के लेनदेन की बातें सामने आई हैं। युवाओं को हरियाणा, दिल्ली समेत अन्य प्रदेशों में ले जाकर उनसे कुछ एक्सरसाइज करवाए जाने का मामला भी सामने आया है। कल ही चंबा में कई सारे पुलिस परीक्षा के अभ्यर्थी सामने आए और उन्होंने परीक्षा प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाया। आरोप लगाने वालों में ज्यादातर बेटियां हैं। उनका साफ़ कहना है कि लोगों ने एक साथ बैठकर आपस में पेपर सॉल्व किया। उन्हें किसी ने नहीं रोका। कई जगहों पर मोबाइल डिवाइस के इस्तेमाल की भी बात सामने आ रही है। उन्हीं बच्चियों ने आरोप लगाया कि कई जगह बिना सही एडमिट कार्ड के ही उन्हें परीक्षा केंद्रों में घुसने और परीक्षा में बैठने की अनुमति दी गई। मीडिया में कहेंगे उनके बयान में उन्होंने आरोप लगाया है कि अगर सरकार चाहे तो वहां के सीसीटीवी फुटेज निकाल कर उनके दावों की पुष्टि भी कर सकता है। इतने गंभीर आरोप लगने के बाद भी सरकार इस मामले में कोई भी गंभीरता नहीं दिख रही है।
पुलिस परीक्षा में धांधली के आरोप लगने के बाद भी सरकार द्वारा निष्पक्ष जांच की कोई पहल नहीं की गई। इतने संवेदनशील मामले में सरकार द्वारा कोई कदम न उठाया जाना सरकार की मंशा पर भी सवाल खड़े कर रहा है। यह सरकार जनता का भरोसा खो चुकी है। जो सरकार पेनड्राइव फॉर्मेट कर सकती है वह सीसीटीवी भी फॉर्मेट कर सकती है। जयराम ठाकुर ने कहा कि पुलिस द्वारा पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा के दिन भी दो व्यक्तियों की गिरफ्तारी की गई। उनके द्वारा 34 लाख रुपए पुलिस भर्ती में शामिल युवाओं से वसूले जाने की बात सामने आई। रिपोट्र्स की माने तो उन्होंने यह पैसा लेना स्वीकार भी किया। इसके बाद यह मामला आगे नहीं बढ़ पाया। इसका कारण यह है कि सरकार इस मामले की जांच की बजाय इस मुद्दे को दबाने को प्राथमिकता दे रही है। इतनी बड़ी अनियमितता सामने आने के बाद सरकार द्वारा मौन रहना, विषय में पुलिस जांच की प्रगति के बारे में प्रदेश को ना बताना कहीं न कहीं जो कुछ भी हो रहा है उसमें सरकार की मौन सहमति का नतीजा है। जिस तरीके के आरोप लग रहे हैं उससे साफ है कि इस मामले में बड़ी धांधली हुई है। इसलिए यह भर्ती प्रक्रिया सरकार को फिर से करवानी चाहिए।
जयराम ठाकुर ने कहा कि इस पूरी भर्ती प्रक्रिया पर जो भी आरोप लग रहे हैं वह बहुत गंभीर हैं। यह आरोप विपक्ष नहीं लगा रहा है। यह आरोप प्रदेश के युवा बच्चे लग रहे हैं जो इस भर्ती प्रक्रिया का हिस्सा है और जिनके सामने यह सारी अनियमिताएं हुई हैं। इतने संवेदनशील आरोप पर सरकार को सबूत के साथ प्रदेशवासियों को स्पष्टीकरण देना चाहिए। यह प्रदेश के युवाओं के भविष्य से जुड़ा हुआ मसला है। सरकार इसे हल्के में नहीं ले सकती है। पूर्व सरकार में जब पुलिस भर्ती के समय पेपर लीक का मामला सामने आया तो सरकार ने रातों-रात परीक्षा निरस्त करने और 1 महीने के भीतर पेपर फिर से कराने की घोषणा की। सभी अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा केंद्र तक जाने के लिए नि:शुल्क बस का इंतजाम किया। निर्धारित समय में भर्ती प्रक्रिया पूरी हुई। इसके साथ ही हमने मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय एसआईटी का गठन किया। मामले कीजांच सीबीआई को सौंप दी। हमारी एसआईटी द्वारा न सिर्फ इस पेपर लीक के आरोपियों को सलाखों के पीछे भेजा गया बल्कि देशभर में चल रहे पेपर लीक नेटवर्क का भी पर्दाफाश किया गया। यह सरकार क्या कर रही है इतने गंभीर आरोप लगने के बाद भी पूरे मामले पर पर्दा डाल रही है। इसी तरह से प्रदेश में चल रही एनटीटी की परीक्षा में भी धांधली के मामले सामने आए हैं। सरकार ने कांग्रेस के नेताओं, कार्यकर्ताओं को आउटसोर्स एजेंसियां के माध्यम से ठेका दे रखा है। एनटीटी केंद्र सरकार की योजना है, जिसका शत प्रतिशत खर्च केंद्र सरकार उठा रही है, लेकिन सुक्खू सरकार उसमें भी भ्रष्टाचार कर रही है।
: *शौक हो तो ऐसा, एक लाख की स्कूटी, 14 लाख का नंबर*
महंगी गाडिय़ों पर सभी ने अकसर वीआईपी नंबर प्लेट देखी होगी, लेकिन मात्र एक लाख की स्कूटी पर 14 लाख रुपए की नंबर प्लेट हमीरपुर में देखने को मिलेगी। स्कूटी के लिए वीआईपी नंबर लेने का जुनून इतना था कि इसके लिए सर्वाधिक 14 लाख रुपए की बोली लगा दी। दूसरे पक्ष ने साढ़े 13 लाख की अंतिम बोली लगाई तथा हमीरपुर के सजीव कुमार ने 14 लाख में वीआईपी नंबर अपनी स्कूटी के लिए खरीद लिया।
हमीरपुर के संजीव कुमार ने महज एक लाख रुपये की स्कूटी के लिए 14 लाख रुपए में वीआईपी वाहन नंबर एचपी 21सी-0001 खरीदा है। यह नंबर परिवहन विभाग की ऑनलाइन बोली प्रक्रिया के तहत प्राप्त किया गया। इस नंबर के लिए सिर्फ दो ही बोलीदाता थे। हमीरपुर निवासी संजीव कुमार ने बताया कि उन्हें खास और यूनिक नंबर का शौक है। उन्होंने यह नंबर अपनी नई स्कूटी के लिए खरीदा है।
: *उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री और विधायक राकेश कालिया को जान से मारने की धमकी*
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और कांग्रेस विधायक राकेश कालिया को सोशल मीडिया पर जान से मारने की धमकी मिली है, जिसके बाद पुलिस ने गुरुवार देर रात हरोली थाने में इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली है। पुलिस की ओर से मामले की गंभीरता के मद्देनजर जांच की जा रही है। धमकी में श्री अग्निहोत्री और श्री कालिया को धारदार हथियारों से जान से मारने की धमकी दी गई है तथा राजनीतिक रूप से निशाना बनाए जाने के संकेत मिले हैं। हरोली निवासी अरुण कुमार द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, कुख्यात गैंगस्टर अमरीश राणा की हाल ही में हुई गिरफ्तारी से संबंधित एक फेसबुक पोस्ट पर परेशान करने वाली टिप्पणियां की गईं।
दिलीप कुमार नामक यूजर ने 19 जून को कमेंट किया, जनता फिर से तलवार मांग रही है। इसके जवाब में शार्पशूटर नबाईवाला नाम के एक यूजर ने लिखा कि इस बार इसका इस्तेमाल किसी राजनेता पर होगा। एक अन्य यूजर रणदीप ठाकुर ने पूछा कि किस अपराध के लिए? इस पर शार्पशूटर नबाईवाला ने जवाब दिया, केवल उपमुख्यमंत्री और विधायक राकेश कालिया ही जानते हैं। इस बातचीत से घबराए अरुण कुमार ने पुलिस को घटना की सूचना दी। दोनों नेता ऊना जिले से हैं, श्री अग्निहोत्री हरोली निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, जबकि श्री कालिया ने हाल ही में गगरेट उपचुनाव जीता है। पुलिस इस मामले की अब जांच कर रही है कि धमकी देने वाले व्यक्तियों का अमरीश राणा से कोई संबंध है या नहीं, जो कुछ महीने पहले 25 साल की सजा काटने के बाद जेल से रिहा हुआ था। हालांकि, रिहा होने के तुरंत बाद, राणा अवैध खनन मामले में शामिल हो गया, जिसके कारण उसे फिर से गिरफ्तार किया गया था।
: *रम्या चौहान ने संभाला लोकपाल-मनरेगा का पदभार*
*हिमाचल प्रशासनिक सेवा की सेवानिवृत अधिकारी हैं रम्या चौहान*
हिमाचल प्रशासनिक सेवा से सेवानिवृत्त अधिकारी रम्या चौहान ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के अंतर्गत ज़िला चंबा में लोकपाल का पदभार ग्रहण किया है।
रम्या चौहान ने कार्यभार ग्रहण करने के पश्चात बताया कि मनरेगा के कार्यों में पारदर्शिता एवं उत्तरदायित्व को और अधिक सुदृढ़ किया जाएगा। साथ में
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के अंतर्गत आने वाली शिकायतों की निष्पक्ष जांच और त्वरित निवारण उनकी प्राथमिकता रहेगी। उन्होंने कहा कि मनरेगा से संबंधित कार्यों में अनियमितताएँ पाए जाने की अवस्था में निर्धारित नियमों के अनुरूप कार्रवाई सुनिश्चित बनाई जाएगी।
उल्लेखनीय है कि रम्या चौहान ने सेवानिवृत्ति से पूर्व हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों में प्रशासनिक पदों पर कार्य करते हुए अपनी कर्तव्यनिष्ठा, पारदर्शिता एवं जनहितकारी निर्णयों के माध्यम से अनेक सराहनीय कार्य किए हैं।
लोकपाल के रूप में उनकी नियुक्ति से जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे मनरेगा कार्यों की निगरानी और सामाजिक लेखापरीक्षा की प्रक्रिया को बल मिलेगा। उन्होंने पंचायती राज प्रतिनिधियों, विभागीय अधिकारियों से सहयोग की अपेक्षा जताई है ताकि जनहित में कार्यों का प्रभावी निष्पादन सुनिश्चित किया जा सके।
: *चंबा में डीसी से मिले अभ्यर्थी, बोले- निरीक्षकों के सामने पुलिस भर्ती परीक्षा में होती रही नकल*
अभ्यर्थियों ने शिकायत की कि 15 जून को आयोजित परीक्षा के दौरान जिले समेत प्रदेश के कई परीक्षा केंद्रों पर कई परीक्षार्थी सामूहिक रूप से नकल करते पाए गए।
पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों ने धांधली और नकल करवाने के आरोप लगाए हैं। अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को इस सिलसिले में उपायुक्त से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपकर जांच करवाने की मांग की। अभ्यर्थियों ने शिकायत की कि 15 जून को आयोजित परीक्षा के दौरान जिले समेत प्रदेश के कई परीक्षा केंद्रों पर कई परीक्षार्थी सामूहिक रूप से नकल करते पाए गए।
हैरानी की बात है कि परीक्षा केंद्रों पर तैनात निरीक्षकों ने इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई और न ही कार्रवाई की। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि सभी संबंधित परीक्षा केंद्रों की सीसीटीवी फुटेज कब्जे में लेकर जांच करवाई जाए। युवक-युवतियों ने प्रशासन से मांग की है कि सभी संबंधित परीक्षा केंद्रों की सीसीटीवी फुटेज को सार्वजनिक किया जाए। नकल में शामिल परीक्षार्थियों व अपनी ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले निरीक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
सरकारी नौकरी के लिए घर से दूर रहकर दो साल से तैयार कर रही काजल ने रोते बिखलते हुए कहा कि नकलचियों को तवज्जो देना अन्य अभ्यर्थियों के साथ अन्याय है। युवती ने कहा कि परीक्षा केंद्र में जमकर होने वाली नकल ने उनकी मेहनत पर पानी फेर कर रख दिया है। उनके परीक्षा केंद्र में परीक्षा से ठीक पांच मिनट बाद बिजली गुल हो गई और परीक्षा खत्म होने के पांच मिनट पहले आई। इतना ही नहीं, परीक्षा केंद्र में एंट्री का समय साढ़े दस बजे निर्धारित रहा। एक युवती पौने ग्यारह बजे परीक्षा केंद्र में पहुंची। जिसकी न तो कोई तलाशी ली गई और न ही उसे परीक्षा देने से रोका गया। अपनों को लाभ देने के लिए प्रदेश के 18 परीक्षा केंद्रों में जमकर नकल करवाई गई है।
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*Israel Iran War : ईरान ने तेज किए हमले, इजरायल ने मारा एक और न्यूक्लियर साइंटिस्ट*
ईरान-इजरायल के बीच घातक लड़ाई शुक्रवार को आठवें दिन में प्रवेश कर गई। ईरान ने दक्षिणी इजरायल पर मिसाइलों की बारिश की है। शुक्रवार सुबह ईरान ने इजरायल के बीरशेवा शहर में माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस के पास बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया। इससे कई कारों में आग लग गई। आस-पास के घरों को भी नुकसान पहुंचा। हमले में सात लोग घायल हुए हैं। इसके बाद ईरान ने शुक्रवार शाम इजरायल के कई शहरों पर फिर से हमले किए। हाइफा में मिसाइल गिरने से 17 लोग घायल हुए हैं। इनमें एक 16 साल के नाबालिग सहित तीन की हालत गंभीर है। उधर, ईरान की राजधानी तेहरान के गिशा इलाके में शुक्रवार सुबह हुए इजरायल द्वारा किए गए हमले में एक न्यूक्लियर साइंटिस्ट की मौत हो गई। इस धमाके का मकसद ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम को नुकसान पहुंचाना था। हालांकि ईरानी सरकार की ओर से इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन इस घटना ने दोनों देशों के बीच पहले से ही तनावपूर्ण माहौल को और बढ़ा दिया है। ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियन ने इजऱायल के हमलों को लेकर सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि शांति की एकमात्र राह यही है कि इजरायली हमलों को तुरंत और बिना शर्त रोका जाए। अगर इजरायल की ओर से हमले जारी रहते हैं, तो ईरान को और भी कड़ा जवाब देने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। उधर, ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने साफ शब्दों में कहा कि जब तक इजरायल के हमले जारी रहेंगे, अमरीका या किसी अन्य देश के साथ इस मुद्दे पर कोई बातचीत नहीं होगी।
ईरान इस समय आत्मरक्षा की स्थिति में है और अपना बचाव करना उसका अधिकार है। ईरान ने यूरोपीय देशों से संवाद की इच्छा जताई, लेकिन ज़ोर देकर कहा कि अमरीका के साथ कोई बातचीत संभव नहीं, जब तक इजरायल के हमले बंद नहीं होते। अराघची ने कहा कि ईरान को भरोसा है कि समय के साथ अंतरराष्ट्रीय समुदाय इजरायल की आक्रामकता से दूरी बनाना शुरू करेगा और युद्ध विराम की मांग और तेज़ होगी। इसी बीच ईरान पर जल्द हमला करने के बड़े-बड़े दावे करने वाले अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अब पीछे हट गए हैं और ईरान पर हमला करने के फैसले को दो हफ्ते के लिए टाल दिया है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि राष्ट्रपति ट्रंप अगले दो सप्ताह के भीतर यह निर्णय लेंगे कि ईरान पर हमला करना है या नहीं। दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप इस दौरान ईरान से फिर से बातचीत करना चाहते हैं। उन्हें अब भी इस बात की ‘पर्याप्त’ संभावना दिखती है कि बातचीत के जरिए मुद्दे सुलझाए जा सकते हैं और ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर अमरीका और इजरायल की मांगें पूरी हो सकती हैं। हालांकि ट्रंप के रुख में बदलाव की टाइमिंग अहम है। इस रुख में बदलाव तब आया है, जब रूस और चीन ने एक दिन पहले ही अमरीका से दो टूक कह दिया था कि अगर ईरान पर यूएस हमला बोलता है, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। चीन ने तो इजरायल को भी चेतावनी देते हुए कहा था कि ईरान पर हमले तुरंत बंद करे और युद्धविराम की घोषणा करे। अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार कह रहे हैं कि अपने फैसलों से चौंकाने वाले ट्रंप ईरान पर हमला करने के मुद्दे पर अमरीकी नफा-नुकासन से चिंतित हैं। उन्हें इस बात की चिंता रही है कि अगर युद्ध में कूदे, तो इराक युद्ध जैसे हालात पैदा हो सकते हैं। इसके अलावा अफगानिस्तान जैसी स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। लंबी लड़ाई छिडऩे का भी खतरा है, क्योंकि जिस तरह से रूस और चीन खुलकर ईरान के समर्थन में उतरे हैं, उससे मध्य-पूर्व की जंग दुनिया के दूसरे हिस्सों में भी फैल सकती है।
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*मिलकर सॉल्व किया पेपर, पर किसी ने नहीं रोका, जयराम बोले, पुलिस भर्ती में गड़बड़ की शिकायतें*
अपने विधानसभा स्थित कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि पुलिस भर्ती मामले में बड़े पैमाने पर गड़बड़ की शिकायतें मिल रही हैं। युवाओं को पास करने का ठेका लेने वाले लोग सामने आए हैं। करोड़ों के लेनदेन की बातें सामने आई हैं। युवाओं को हरियाणा, दिल्ली समेत अन्य प्रदेशों में ले जाकर उनसे कुछ एक्सरसाइज करवाए जाने का मामला भी सामने आया है। कल ही चंबा में कई सारे पुलिस परीक्षा के अभ्यर्थी सामने आए और उन्होंने परीक्षा प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाया। आरोप लगाने वालों में ज्यादातर बेटियां हैं। उनका साफ़ कहना है कि लोगों ने एक साथ बैठकर आपस में पेपर सॉल्व किया। उन्हें किसी ने नहीं रोका। कई जगहों पर मोबाइल डिवाइस के इस्तेमाल की भी बात सामने आ रही है। उन्हीं बच्चियों ने आरोप लगाया कि कई जगह बिना सही एडमिट कार्ड के ही उन्हें परीक्षा केंद्रों में घुसने और परीक्षा में बैठने की अनुमति दी गई। मीडिया में कहेंगे उनके बयान में उन्होंने आरोप लगाया है कि अगर सरकार चाहे तो वहां के सीसीटीवी फुटेज निकाल कर उनके दावों की पुष्टि भी कर सकता है। इतने गंभीर आरोप लगने के बाद भी सरकार इस मामले में कोई भी गंभीरता नहीं दिख रही है।
पुलिस परीक्षा में धांधली के आरोप लगने के बाद भी सरकार द्वारा निष्पक्ष जांच की कोई पहल नहीं की गई। इतने संवेदनशील मामले में सरकार द्वारा कोई कदम न उठाया जाना सरकार की मंशा पर भी सवाल खड़े कर रहा है। यह सरकार जनता का भरोसा खो चुकी है। जो सरकार पेनड्राइव फॉर्मेट कर सकती है वह सीसीटीवी भी फॉर्मेट कर सकती है।
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*लो आ गया मानसून; छह जिलों में जमकर बरसे मेघ, 5 दिन ऑरेंज अलर्ट*
हिमाचल प्रदेश में मॉनसून से प्रवेश कर लिया है। हालांकि मॉनसून के प्रवेश करने से पहले ही प्रदेश भर में जमकर बारिश हो चुकी है, लेकिन अब शुक्रवार से यहां मॉनसून की एंट्री हो गई है, तो अगले पांच दिनों के लिए भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। रा’य में कुल्लू, मनाली, शिमला, मंडी, कांगड़ा से मॉनसून की एंट्री हुई है और शनिवार को कई और जिलों में जमकर बारिश होगी। मॉनसून के आते ही यहां नुकसान भी शुरू हो गया है, क्योंकि कुछ स्थानों पर भूस्खलन होने की सूचना है। शिमला की बात करें तो यहां पर भूस्खलन की वजह से एक वाहन चपेट में आकर पूरी तरह से नष्ट हो गया है, वहीं धर्मशाला से गगल मार्ग भी आवाजाही के लिए बंद हो गया था।
मौसम विभाग ने अधिकारिक रूप से मॉनसून की एंट्री की जानकारी देते हुए कहा है कि इस बार बारिश ’यादा होगी। शुक्रवार को प्रदेश के शिमला, कुल्लू, मनाली, सिरमौर, मंडी, किन्नौर व लाहुल स्पीति में जमकर बारिश हुई है। ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, चंबा में शनिवार को मॉनसून के प्रवेश करने का पूर्वानुमान लगाया जा रहा है। हालांकि प्रदेश के अधिकतर क्षेत्रों में बारिश हुई है। मौसम केंद्र द्वारा 6 जिलों में ही मॉनसून के आने का दावा किया जा रहा है। मॉनसून की पहली बौछारों ने प्रदेश में जमकर भिगोया है। मूसलाधार बारिश होने से प्रदेश के कई जिलों में भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। अगामी दिनों के दौरान भी हैवी रेन फॉल होने का अलर्ट जारी किया गया है, जो मॉनसून की शुरूआत में ही लोगों को डराने लगा है। भारी बारिश होने से धर्मशाला में लैंडस्लाइड होने से सडक़ बंद हो गई। भारी बारिश के चलते धर्मशाला से गग्गल को जोडऩे वाला बाया चैतङू हाइवे मार्ग भारी भूस्खलन की जद्द में आ गया। शिमला के जतोग में पिकअप गाड़ी पर मलबा गिरा
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*टीजीटी भर्ती की आयु सीमा अब 47 साल, इतने पदों पर होगी भर्ती*
*राज्य चयन आयोग ने दो साल की बढ़ोतरी की, 937 पदों पर होगी भर्ती*
हिमाचल प्रदेश राज्य चयन आयोग (एचपीआरसीए) ने टीजीटी के 937 पदों की भर्ती की अधिसूचना में संशोधन करते हुए अधिकतम आयु सीमा में दो साल की बढ़ोतरी की है। अब यह सीमा 45 की जगह 47 वर्ष कर दी गई है। बता दें कि आयोग की ओर करेक्शन विंडो में यह विकल्प अभ्यर्थियों को दिया जाएगा। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कुछ दिन पहले ही अपने कांगड़ा दौरे के दौरान अभ्यर्थियों की मांग पर टीजीटी भर्ती में आयु सीमा में छूट का ऐलान किया था।
इसके बाद शिक्षा विभाग ने इस बाबत आयोग को भर्ती अधिसूचना में संशोधन के लिए पत्राचार किया था। आयोग ने शिक्षा विभाग से अधिसूचना में बदलाव को लेकर जरूरी तथ्यों मांगे थे। इन तथ्यों की जानकारी मिलते ही अब आयोग के अध्यक्ष व सदस्यों ने भर्ती अधिसूचना संशोधन पर मोहर लगाई है। आयुसीमा में छूट का इंतजार कर रहे हजारों बेरोजगारों के लिए यह बहुत बड़ी राहत भरी खबर है। अब 47 वर्ष तक के अभ्यर्थी भी इस भर्ती में हिस्सा ले सकेंगे।
आयु सीमा में दो साल की बढ़ोतरी को लेकर शुद्धिपत्र आयोग की वेबसाइट एचपीआरसीए. एचपी. जीओवी.इन पर अपलोड कर दिया गया है। पात्र उम्मीदवार इन पदों के लिए तीन जुलाई तक आवेदन करें।
डा. विक्रम महाजन,सचिव, राज्य चयन आयोग
तीन जुलाई तक करें आवेदन
आयोग के माध्यम से टीजीटी के 937 पदों पर आवेदन की प्रक्रिया चल रही है। तीन जुलाई तक अभ्यर्थी इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। टीजीटी आट्र्स के 437, टीजीटी नॉन मेडिकल के 343 पद और टीजीटी मेडिकल के 169 पद भरे जाने हैं। गौर रहे कि पेपर लीक मामला सामने आने के बाद नवगठित राज्य चयन आयोग में अढ़ाई साल के बाद पहली नई भर्ती आयोग में होने जा रही है।
: *घुमारवीं बस अड्डा पर युवक पर दराट से हमला, 'हिम्मतवाली' महिला ने बचाई जान*
*प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बस अड्डा पर दो युवक आपस में किसी बात को लेकर उलझ गए। पहले तो मामला कहासुनी तक सीमित रहा, लेकिन कुछ ही मिनटों में मामला उग्र रूप ले बैठा।*
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर स्थित बस अड्डा घुमारवीं में वीरवार दोपहर इको दो युवकों के बीच झगड़े में एक युवक ने दूसरे पर दराट से हमला कर दिया। यह चौंकाने वाली घुमारवीं के सबसे भीड़भाड़ वाले क्षेत्र बस अड्डा पर हुई। मामले की गंभीरता इस बात से आंकी जा सकती है कि जहां यह घटना हुई, वहां से पुलिस थाना मात्र 10 मीटर दूर स्थित है। पुलिस में मामला दर्ज के कार्रवाई शुरू कर दी है
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बस अड्डा पर दो युवक आपस में किसी बात को लेकर उलझ गए। पहले तो मामला कहासुनी तक सीमित रहा, लेकिन कुछ ही मिनटों में मामला उग्र रूप ले बैठा। देखते ही देखते एक युवक ने दराट निकाल लिया। युवक के हाथ में दराट देखकर पास की दुकान पर खड़ी एक स्थानीय महिला ने जोर से शोर मचाया और हिम्मत दिखाते हुए घटनास्थल की ओर दौड़ पड़ी।
महिला की चीख-पुकार सुनकर कुछ स्थानीय दुकानदार भी मौके पर पहुंचे, लेकिन इससे पहले हमलावर युवक ने दूसरे युवक पर दराट से गर्दन पर वार कर दिया। लेकिन बीच बचाव करने पहुंची महिला ने हिम्मत दिखाते हुए युवक को अपनी तरफ खींच लिया।
युवक कुछ संभल पाता, उससे पहले ही हमलावर ने उसके सिर पर दूसरा वार कर दिया। गनीमत यह रही कि एक स्थानीय दुकानदार ने साहस दिखाते हुए हमलावर को पीछे से दबोच लिया, जिससे युवक की जान बच गई। हालांकि इस दौरान उस दुकानदार के हाथ पर दराट लग गया और उसे तीन टांके लगवाने पड़े। युवक के सिर पर भी चार टांके लगे हैं। वहीं करीब आधे घंटे बाद दो युवक बाइक पर आए और वहां से दराट को उठाकर भाग गए। उधर डीएसपी घुमारवीं चंद्रपाल ने बताया कि मामले की जांच जारी है।
: *5 साल बाद फिर शुरू कैलाश मानसरोवर यात्रा, तीर्थयात्री तिब्बत में बिताएंगे 11 दिन*
*33 तीर्थयात्रियों का पहला जत्था सिक्किम के नाथुला दर्रे से रवाना*
*राज्यपाल ने दिखाई हरी झंडी आईटीबीपी के दो अधिकारी एक डाक्टर भी साथ गए*
पांच साल के लंबे अंतराल के बाद पवित्र कैलाश मानसरोवर की तीर्थयात्रा सिक्किम के रास्ते फिर से शुरू हो गई है। शुक्रवार को सिक्किम के राज्यपाल ओम प्रकाश माथुर ने भारत-चीन सीमा पर स्थित नाथुला दर्रे के माध्यम से तीर्थयात्रियों के पहला जत्थे को झंडी दिखाकर रवाना किया। राज्यपाल ने कहा कि यह यात्रा अगस्त तक चलेगी और सभी को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। इस जत्थे में 33 तीर्थयात्री शामिल हैं, जिनके साथ भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी ) के दो नोडल अधिकारी और एक डाक्टर भी हैं, जिससे कुल 36 सदस्य हैं।
सिक्किम पहुंचने पर तीर्थयात्रियों ने चिकित्सा परीक्षण कराया तथा उच्च हिमालयी परिस्थितियों के अनुकूल के लिए दो-चरणीय प्रक्रिया पूरी की, जिसके बाद वे चीनी सीमा में चले गए। तीर्थयात्री माउंट कैलाश और मानसरोवर झील तक पहुंचने के लिए तिब्बती स्वायत्त क्षेत्र में 11 दिन बिताएंगे। चीन की सीमा पर पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के अधिकारियों और सेना के जवानों ने उनका स्वागत किया।By: divyahimachal
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