राहुल गांधी ने पूर्णिया के पीड़ित परिवार से बात की:पूछा- पुलिस क्या कर रही है? आदिवासी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पहुंचे थे टेटगामा गांव
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पूर्णिया के टेटगामा गांव में जिंदा जलाकर मारे गए एक ही परिवार के 5 लोगों के पीड़ित परिवार से मोबाइल पर बातचीत की है। दरअसल, रविवार को अखिल भारतीय आदिवासी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर विक्रांत भूरिया पूर्णिया के टेटगामा गांव पहुंचे। यहां उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और कॉल लगाकर पीड़ित परिवार से राहुल गांधी की बातचीत कराई। राहुल गांधी को कॉल लगाकर विक्रांत भूरिया ने बताया कि बाबूलाल उरांव पांच भाई थे, जिनमें से चार भाई बचे हैं। चारों भाइयों के साथ बैठा हूं। आपसे पीड़ित परिवार की बात करानी थी। फिर वे बाबूलाल उरांव के भाई को फोन देते हैं। राहुल गांधी- हैलो, नमस्कार
बाबूलाल के भाई- नमस्कर, बोलिए सर
राहुल गांधी- कैसे हैं आप, क्या हुआ भइया?
बाबूलाल के भाई- रामदेव का बेटा था। खेत में काम करने गया। घर आया खाना खाकर दोबारा खेत की ओर गया। लड़के की मां के हाथ में कुछ था, जिससे उन्होंने बेटे को मारा। ऐसा कहा जा रहा है, क्योंकि किसी ने ऐसा होते नहीं देखा। घर आया और बेहोश होकर गिरा और उसकी मौत हो गई।
राहुल गांधी- किसने मारा, बच्चे को चोट कहां लगी थी?
बाबूलाल के भाई- हम लोगों ने देखा ही नहीं, तो कैसे बताएं कि किसने मारा, कहां चोट लगी थी। राहुल गांधी- कौन लोग थे, जिन्होंने लड़के को मारा?
बाबूलाल के भाई- परिवार में झगड़ा हुआ था, परिवार के ही किसी सदस्य ने लड़के की पिटाई की। जो बच्चा मरा, हम लोग उसके पड़ोसी हैं। फिर हम लोगों पर डायन का आरोप लगाकर मृतक के परिवार के लोगों ने कहा कि तुम पांचों भाइयों की हत्या कर देंगे। आरोपियों ने उसी दिन कहा कि पंचायत बैठाएंगे। हम लोगों को लगा कि मुखिया और सरपंच आएंगे ही। कोई बात नहीं पंचायत बैठनी चाहिए।
राहुल गांधी- पुलिस वालों ने क्या किया, पुलिस वाले क्या कह रहे हैं, क्या कर रहे हैं?
बाबूलाल के भाई- जब पंचायत वगैरह बैठी थी, तब पुलिस को कोई सूचना नहीं दी गई थी। मेरे भाई और उसके परिवार को जलाकर मारने के पहले की बात बता रहा हूं सर। उसी दिन आरोपियों ने हम लोगों के साथ और बाबूलाल के परिवार के साथ मारपीट की। फोन लेने के बाद विक्रांत भूरिया ने राहुल गांधी से बात करते हुए कहा कि घटना वाले दिन आरोपी बाबूलाल के भाइयों को भी पकड़कर लाए थे। चारों भाइयों के सामने ही बाबूलाल की आरोपियों ने जमकर पिटाई की, बुरी तरह मारा। पत्नी सीता, मां कातो देवी को भी बुलाकर मारा, इसके बाद उन्हें जला दिया। राहुल गांधी- कितने लोग घटना में मरे हैं।
विक्रांत भूरिया- टोटल पांच लोग घटना के शिकार हुए हैं। पांच लोगों को जिंदा जलाया गया है।
राहुल गांधी- पुलिस वाले अभी क्या कर रहे है?
विक्रांत भूरिया- पुलिस ने तीन लोगों पर एफआईआर दर्ज की है। कुल मिलाकर 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। तीन लोगों को पकड़ा गया है। 23 नामजद हैं। अभी गांव के लोग घबराए हुए हैं, इसलिए खुलकर बोलने से डर रहे हैं। इससे पहले विक्रांत भूरिया ने पीड़ित परिवार के परिजनों से मुलाकात की, उनके दर्द को समझा और घटना की विस्तृत जानकारी ली। पीड़ित परिवार से मुलाकात में उन्होंने कहा कि पूर्णिया के टेटगामा गांव में 6 जुलाई की रात हुई आदिवासी परिवार के 5 सदस्यों की निर्मम हत्या न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि यह सामाजिक अन्याय, अंधविश्वास, और दमन की क्रूर तस्वीर प्रस्तुत करती है। इस जघन्य अपराध ने पूरे बिहार को झकझोर दिया है और समाज में व्याप्त अज्ञानता, पाखंड, और असमानता को उजागर किया है। बोले- सरकार, समाज को इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाना होगा उन्होंने कहा कि गांव में आदिवासी और दलित समुदाय भय, असमानता, और दबंगों के दबदबे के साए में जी रहा है। उनकी आजीविका हाशिए पर है, और सामाजिक-आर्थिक पिछड़ापन उनकी जिंदगी को और कठिन बना रहा है। पीने को शुद्ध पानी नही है, काम नहीं है, सड़क नहीं है साथ हीं अंधविश्वास का घोर प्रकोप फैला है। घटना मानवता पर कलंक है। अंधविश्वास और अशिक्षा ने एक निर्दोष परिवार को खत्म कर दिया। यह सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि सामाजिक कुरीतियों और दबंगों की ताकत का परिणाम है। हमारी सरकार और समाज को मिलकर इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। विक्रांत भूरिया ने कहा कि हमारी मांग है कि इस मामले की निष्पक्ष और उच्चस्तरीय जांच हो, और दोषियों को कठोरतम सजा दी जाए। पीड़ित परिवार को तत्काल आर्थिक सहायता और सुरक्षा प्रदान की जाए। अंधविश्वास के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाए जाएं और ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा का प्रसार हो। आदिवासी और दलित समुदायों के लिए आजीविका और सुरक्षा के विशेष उपाय किए जाएं। भूरिया ने पीड़ित परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और उनके साथ हरसंभव सहायता का वादा किया। साथ ही घटना से संबंधित डीएम और एसपी से मिल कर जल्द करवाई का आग्रह किया और गांव की मूलभूत समस्याओं जैसे सड़क, शिक्षा, आवास,स्वास्थ्य, पानी और अंधविश्वास को लेकर जागरूकता बढ़ाने का अभियान चलाने की बात कही। साथ ही सरकार परिवार के आर्थिक स्थिति को देखते हुए त्वरित आर्थिक सहायता करते हुए मुआवजा की घोषणा करे।
What's Your Reaction?
Like
0
Dislike
0
Love
0
Funny
0
Angry
0
Sad
0
Wow
0
Admin
तेज रफ्तार न्यूज देश का बोलबाला